जब छुट्टी मनाने गए शख्स को मच्छर ने काटा, हुआ पैरालाइज्ड, बोल भी नहीं पाता

थाईलैंड ट्रिप के दौरान एक शख्स को मच्छर ने काटा. वे बीमार हो गए. जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया. इलाज के दौरान गर्दन से नीचे के उनके अंग पैरालाइज्ड हो गए.

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मच्छर के काटने की वजह से शख्स का हुआ यह हाल  (Credit- Kathy Miller) मच्छर के काटने की वजह से शख्स का हुआ यह हाल (Credit- Kathy Miller)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 08 मई 2022,
  • अपडेटेड 3:57 PM IST
  • थाईलैंड ट्रिप के दौरान हुआ शख्स के साथ हादसा
  • शख्स के लिए इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर खरीदना चाहती है फैमली

मच्छर के काटने की वजह से एक शख्स को लकवा मार दिया. उसकी गर्दन से नीचे के अंग ने काम करना बंद कर दिया. थाईलैंड ट्रिप के दौरान शख्स के साथ यह हादसा हुआ था. अब उसकी फैमली लोगों से मदद मांग रही है ताकि शख्स के लिए नई इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर खरीदी जा सके.

शख्स का नाम जॉन बार्बर है. वह ब्रिटेन के रहने वाले हैं. जॉन, यूनिवर्सिटी ऑफ एडिंबर्ग के ग्रैजुएट हैं. बात साल 2015 की है. तब वह कम्युनिकेशन ऑफिसर थे. वे अपने दोस्तों के साथ थाईलैंड और लाओस घूमने गए थे. लेकिन ट्रिप खत्म कर के वापस ऑस्ट्रेलिया लौटने से 12 दिन पहले ही उन्हें एक मच्छर ने काट लिया.

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तब वह बाइक से लाओस से चिआंग माई गए थे. इसके बाद दिन बाद ही उनकी तबियत खराब हो गई. शुरुआत में उन्हें सिरदर्द महसूस हुआ था. और धीरे-धीरे उनकी हालत खराब होने लगी. अगली सुबह उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया. जॉन के माता-पिता को तब फोन कर के बताया गया कि उन्हें किसी तरह का इंफेक्शन हो गया है. लेकिन 24 घंटे बाद ही जॉन कोमा में चले गए.

जॉन की मां कैथी मिलर ने कहा- वायरस की वजह से जॉन की गर्दन से नीचे के हिस्से को लकवा मार दिया. जिसकी वजह से वह बोल भी नहीं कर पा रहा था. इसलिए दूसरे तरीकों से हम उससे बात करते हैं. थेरेपी के जरिए उसे ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं. वह खुद से पूरी तरह से सांस भी नहीं ले पा रहा है.

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जॉन ने करीब एक महीने तक बैंकॉक में अपना इलाज करवाया. हालत स्थिर होने के बाद वह मेडिकल फ्लाइट से ब्रिटेन में अपने घर आ गए थे. 11 महीने तक यहां भी हॉस्पिटल में उनका इलाज चला. बाद में वह घर लौट आए.

अब इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर के लिए जॉन की फैमली फंड इकट्ठा कर रही है. जिसे वह खुद और उनकी देखभाल कर रहे लोग कंट्रोल कर सके. उनका मानना है कि नए चेयर से जॉन को ज्यादा आजादी मिल पाएगी. बता दें कि नए इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर पर करीब 8 लाख रुपए का खर्च आएगा.

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