कोरोना वायरस ने वैसे तो पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है. लेकिन संक्रमण को रोकने के लिए जो लॉकडाउन लगाया गया है उससे इंसान के साथ ही जानवरों के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो गई हैं. लॉकडाउन की वजह से पर्यटन कारोबार को जो नुकसान हो रहा है उसकी कीमत कुछ जानवरों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ रही है.
दरअसल लॉकडाउन की वजह से थाइलैंड में सरकार ने बीते महीने आपातकाल की घोषणा कर दी थी जिसके बाद वहां के पर्यटन स्थल वीरान हो गए. इसका सबसे ज्यादा असर वहां के हाथियों पर पड़ा. थाइलैंड में करीब 4000 हाथी ऐसे हैं जिनका इस्तेमाल ज्यादातर पर्यटकों के लिए सफारी जानवरों के रूप में किया जाता है.
लॉकडाउन की वजह से वहां पर्यटकों के आने पर पाबंदी है. ऐसे में इन जानवरों को पालने वाले लोगों के लिए इनके खाने की व्यवस्था करना भी अब मुश्किल हो रहा है. इन हाथियों के लिए हर दिन 200-300 किलोग्राम भोजन की आवश्यकता होती है जिसमें काफी पैसा लगता है.
चूंकि सभी हाथियों को जरूरत के हिसाब से खाना नहीं मिल रहा है इसलिए अब वो कमजोर होते जा रहे हैं और कुछ हाथियों के मरने की भी आशंका है.
वर्ल्ड एनिमल प्रोटेक्शन (WAP) के अनुसार थाइलैंड में 2000 से अधिक पालतू हाथियों को तत्काल मदद की आवश्यकता है. सेव द एलिफेंट फाउंडेशन के संस्थापक, लेक चैलर्ट ने इस मामले को लेकर कहा, "अगर उन्हें सुरक्षित रखने के लिए कोई सहायता नहीं मिलती है तो ये हाथी - भूख की वजह से मौत के शिकार हो जाएंगे.
बता दें कि जनवरी में कोरोना वायरस का पहला मरीज मिलने के बाद थाईलैंड में अब तक 2,826 मामले की पुष्टि हो चुकी है जबकि 49 लोगों की मौत इस महामारी की वजह से हुई है.