कोरोना वायरस पूरी दुनिया में महामारी का रूप ले चुका है और इससे अब तक एक लाख से भी ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. कई देशों के वैज्ञानिक इसके इलाज और वैक्सीन की खोज में जुटे हुए हैं लेकिन किसी को सफलता नहीं मिली है. ऐसे में एक शोध में दावा किया जा रहा है कि समुद्र में पाई जाने वाली लाल काई से कोरोना को फैलने से रोका जा सकता है.
देश की अग्रणी कारोबारी कंपनी रिलायंस की तरफ से यह शोध किया गया है जिसमें समुद्र में पाई जाने वाली लाल काई से कोरोना वायरस के इलाज का दावा किया गया है.
रिलायंस के शोध के मुताबिक समुद्र में पाई जाने वाली लाल काई से जो जैविक रसायन निकलता है उससे कोटिंग पाउडर तैयार कर अगर उसका इस्तेमाल सैनिटरी आइटम्स पर किया जाए तो संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है.
बता दें कि सैनिटरी आइटम्स में सिंक, टॉइलेट, टंकी जैसी वो तमाम चीजें आती है जिसका हम रोजाना इस्तेमाल करते हैं.
रिलायंस की तरफ से इस शोध को विनोद नागले, महादेव गायकवाड़, योगेश पवार और शांतनु दासगुप्ता ने किया है. ये सभी वैज्ञानिक और रिसर्चर रिलायंस के रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर में काम करते हैं.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया और चेयरमैन मुकेश अंबानी ने देश में कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए बीते दिनों कहा था कि रिलायंस लाइफ साइंस भारत में इस महामारी से जुड़ी जांच और शोध को आगे बढ़ाने में मदद करेगा.
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. अब तक देश में 8 हजार से ज्यादा संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है जबकि 270 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.