कोरोना वायरस का कहर दुनिया में बढ़ता जा रहा है. वहीं भारत में इसका प्रकोप जारी है, जिसको देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने भी पूरे देश में लॉक डाउन की घोषणा कर दी. इस बीच एक ऐसा मामला सामने आया, जहां बेंगलुरु की आईटी कंपनी इन्फोसिस के एक कर्मचारी ने कोरोना वायरस को लेकर एक विवादित पोस्ट किया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
बताया जा रहा है कि आईटी कंपनी इन्फोसिस के आरोपी कर्मचारी ने फेसबुक पोस्ट में लिखा था, 'चलिए...साथ आएं, बाहर निकलें, खुले में छींकें और वायरस फैलाएं.' जिसके बाद आरोपी को खुले स्थान पर लोगों को छींकने और कोरोना वायरस का प्रसार करने के लिए उकसाने के लिए गिरफ्तार कर लिया गया.
आईटी कंपनी इंफोसिस ने बताया कि उन्होंने अपनी जांच में कर्मचारी को दोषी पाया गया है और आरोपी सॉफ्टवेयर इंजीनियर को नौकरी से निकाल दिया है.
बेंगलुरु के संयुक्त पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने एक बयान में कहा, 'जिस व्यक्ति ने लोगों से खुले में छींकने और वायरस फैलाने की बात कही थी, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. वह एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता है.'
इंफोसिस ने अपने आधिकारिक हैंडल पर एक ट्वीट किया कि कर्मचारी का सोशल मीडिया पर पोस्ट आचार (code of conduct) नियमावली के खिलाफ है. उसने कहा, 'इंफोसिस ने अपने कर्मचारी ने सोशल मीडिया पोस्ट पर अपनी जांच पूरी कर ली है, और हम मानते हैं कि यह गलत पहचान का मामला नहीं है.'