बीते साल अगस्त महीने में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बना हुआ है जिसकी वजह से दोनों देशों के बीच रेल सेवा भी बंद हो चुकी है. ऐसे में करीब पांच महीने पहले पाकिस्तान गई समझौता एक्सप्रेस के डिब्बों (रैक) को भारत सरकार ने लौटाने की मांग की है.
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने से पहले दोनों देशों के बीच जो रेल सेवा चल रही थी, उसके तहत भारत से समझौता एक्सप्रेस पाकिस्तानी की तरफ गई थी. लेकिन जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के विरोध में इमरान सरकार ने भारत-पाक रेल सेवा को रद्द कर दिया. इसके बाद समझौता एक्सप्रेस के डिब्बे (रैक) पाकिस्तान की तरफ से वाघा बॉर्डर पर अब तक खड़े हैं. मोदी सरकार ने इन्हें पाकिस्तान से भारत भेजने की मांग की है.
भारत सरकार ने इस्लामाबाद से कहा है कि वो समझौता एक्सप्रेस के खाली (बोगी) रेक को तत्काल भारत भेजे. 8 अगस्त से भारत-पाकिस्तान के बीच रेल सेवा रद्द है और दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है.
भारतीय रेल के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, भारतीय विदेश मंत्रालय इस मामले में पहले ही पाकिस्तान सरकार से कह चुका है कि समझौता एक्सप्रेस के डिब्बों को जल्द से जल्द भारत भेजा जाए.
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के भारत सरकार के फैसले के बाद बीते साल 8 अगस्त को पाकिस्तान ने सुरक्षा का हवाला देते हुए रेल सेवा को अचानक रोक दिया था, जिसमें करीब 117 पैसेंजर फंस गए थे.
भारत और पाकिस्तान के बीच हुए समझौते के अनुसार, दोनों पक्ष 6 महीने की अवधि के लिए समझौता एक्सप्रेस के लिए अपने डिब्बों (रैक) का उपयोग करते हैं. पाकिस्तान जहां जनवरी से जून तक अपने डिब्बों (रैक) का उपयोग करता है वहीं भारत जुलाई से दिसंबर तक अपने कोच का उपयोग करता है.