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कोरोनाः भारत कहां है इस वायरस से लड़ाई में? खतरनाक स्टेज से कितनी दूर

aajtak.in
  • 17 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 10:25 AM IST
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कोरोना वायरस के भारत में अब तक 126 मरीज मिले हैं. जिस स्तर पर भारत में कोरोना वायरस फैला हुआ है, वह इस बीमारी की सेकंड स्टेज यानी दूसरा स्तर है. भारत अगर अगले 30 दिनों में इस बीमारी को रोकने में कामयाब नहीं हुआ तो यह थर्ड स्टेज यानी तीसरी स्टेज में पहुंच जाएगी. आइए जानते हैं कि कोरोना वायरस फैलने की कितनी स्टेज हैं और उनमें क्या होता है? (फोटोः रॉयटर्स)

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कोरोना वायरस के मामले में पहली स्टेज थोड़ी अलग है. यहां बीमारी स्थानीय स्तर पर विकसित नहीं हुई है. यह बीमारी बाहर से आई है. सिर्फ एक आदमी जो कि वायरस से संक्रमित देश में घूमकर आया है. जो खुद भी संक्रमित है उसके जरिए कई लोग बीमार हो सकते हैं. (फोटोः रॉयटर्स)

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दूसरी स्टेज का कोरोना वायरस यानी अभी तक उन्हीं लोगों में कोरोना वायरस मिला है जो किसी कोरोना संक्रमित देश से घूमकर आए हैं. यानी अभी यह बीमारी स्थानीय स्तर पर एक इंसान से दूसरे इंसान में नहीं फैली है. भारत अभी इसी स्टेज में है. लेकिन, तीसरी स्टेज से बहुत दूर नहीं है. (फोटोः रॉयटर्स)

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तीसरी स्टेज पर यह बीमारी भारत के अंदर मौजूद संक्रमित लोगों से यहीं के दूसरे लोगों में फैलने लगेगी. यह जानकारी कुछ दिन पहले एक अंग्रेजी अखबार को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने दी. (फोटोः रॉयटर्स)

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तीसरी स्टेज बेहद खतरनाक स्थिति है. भारत पूरी तरह से यह कोशिश कर रहा है कि इस स्टेज में न पहुंचे. क्योंकि इसमें यह वायरस स्थानीय स्तर पर ही खुद को विकसित कर लेता है. इसके बाद स्थानीय स्तर पर फैलना शुरू कर देता है. यानी यह वायरस देश के वातावरण के हिसाब से खुद को ढाल लेता है. (फोटोः रॉयटर्स)

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तीसरी स्टेज में सरकार बड़े पैमाने पर मॉल, दुकानें, बाजार, स्कूल आदि बंद करा देती है. इसे लॉकडॉउन या शटडाउन कहते हैं. ताकि वायरस किसी स्थानीय इलाके से दूसरे इलाके में न पहुंचे. (फोटोः रॉयटर्स)

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चौथी स्टेज यानी महामारी. जब देश के अंदर ही बड़े भौगोलिक स्तर पर बीमारी अपने पैर जमा ले तो मान लीजिए यह चौथी स्टेज है. यानी जैसा चीन या इटली, ईरान या स्पेन में हुआ या हो रहा है. (फोटोः रॉयटर्स)

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भारत में 30 जनवरी को कोरोना वायरस का पहला केस सामने आया था. इसके बाद से अब तक सातवां हफ्ता चल रहा है. लेकिन देश में सिर्फ 126 कोरोना मरीज ही सामने आए हैं. देश में इस वायरस से सिर्फ 2 लोगों की ही मौत हुई है. बाकी देशों की तुलना में भारत की स्थिति काफी मजबूत है. जबकि, इटली में तीन हफ्ते पहले पहला केस सामने आया और उसके बाद से अब तक 21 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं.  (फोटोः रॉयटर्स)

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भारत की सरकार ने लोगों के विदेश से आने-जाने में रोक लगा दी है. क्वारंटीन कर दिया गया है. लेकिन अभी अगले कुछ हफ्ते बेहद संवेदनशील हैं.

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नेशनल हेल्थ सिस्टम्स रिसोर्स सेंटर के पूर्व निदेशक डॉ. टी. सुंदररमन ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया है कि अभी यह कहना मुश्किल है कि हमने कोविड 19 पर नियंत्रण कर लिया है. यह जल्दी होगी. हमारे यहां प्रयोगशालाओं में परीक्षण की दर बेहद धीमी है. (फोटोः रॉयटर्स)

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डॉ. टी. सुंदररमन ने बताया कि कोरोना से लड़ाई में सबसे अच्छी बात ये होगी कि यह वायरस भारत की गर्मी में खत्म हो जाए. संक्रमित लोगों की संख्या 10 हजार से कम रहे. सबसे बुरी बात ये होगी कि अगर वायरस जुलाई तक रह गया तो मुसीबत बढ़ जाएगी. क्योंकि बारिश और उमस में इसके फैलने का खतरा बढ़ जाएगा. (फोटोः रॉयटर्स)

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