लोकसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान आज गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में नागरिकता संशोधन बिल पेश किया. जब अमित शाह इस बिल पर मोदी सरकार का पक्ष रख रहे थे उसी दौरान कांग्रेस नेता सदन में हंगामा करने लगे जिस पर अमित शाह बुरी तरह भड़क गए.
कांग्रेस नेताओं के बिल के विरोध करने पर गृह मंत्री अमित शाह ने बिना किसी कांग्रेसी नेता का नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि वो इसी देश के रहने वाले हैं इसलिए उन्हें भूगोल अच्छे से मालूम है.
शाह ने कहा, 'हमारे देश की 106 किमी. सीमा अफगानिस्तान से सटी है, ऐसे में उसे शामिल करना जरूरी था. मैं इसी देश का हूं और भूगोल जानता हूं. शायद ये लोग (विरोधी) PoK को भारत का हिस्सा नहीं मानते हैं.'
बिल की महत्ता बताते हुए अमित शाह ने कहा कि इस बिल की जरूरत कांग्रेस की वजह से ही पड़ी. उन्होंने कहा अगर कांग्रेस धर्म के आधार पर देश का विभाजन नहीं करती तो इस बिल की जरूरत भी नहीं होती. कांग्रेस ने धर्म के आधार पर लोगों को बांट दिया.
बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल का विरोध करने पर लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और अमित शाह में तीखी बहस हुई. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि इस बिल के पेश होने से संविधान के आर्टिकल 14 का उल्लंघन किया गया है, लेकिन अमित शाह ने कहा कि इस बिल के आने से अल्पसंख्यकों पर कोई असर नहीं होगा. ये बिल अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं है.
नागरिकता बिल के विरोध में असम में आज बंद बुलाया गया है जिसका वहां व्यापक असर दिख रहा है. मुख्य बाजारों में दुकानें बंद दिख रही हैं और सड़कें भी सूनी नजर आ रही हैं.
नागरिकता संशोधन बिल पर बहस के बाद इस पर अभी लोकसभा में वोटिंग हुई. बिल के पक्ष में 293 वोट पड़े जबकि विरोध में 83 वोट पड़े.