नए साल का जश्न और गोवा का नाम न आए ऐसा मुमकिन ही नहीं. एक ऐसा डेस्टिनेशन, जिसकी हवाओं में ही सेलिब्रेशन घुला है. जैसे-जैसे साल 2025 आखिरी सांसें ले रहा है, गोवा खुद को एक ऐसे ग्रैंड सेलिब्रेशन के लिए तैयार कर चुका है, जो पूरे देश के लिए पार्टी का नया स्टैंडर्ड सेट करने वाला है. समंदर की लहरें, रेत पर थिरकते कदम और आसमान छूता उत्साह गोवा तैयार है साल के सबसे बड़े धमाके के लिए.
गोवा की हर सड़क और हर बीच मानों अपनी ही धुन में झूम रहा है. टूरिज्म डिपार्टमेंट को पक्का भरोसा है कि इस बार नए साल के जश्न के लिए करीब 5 लाख से ज्यादा सैलानी गोवा के समंदर किनारे जुटने वाले हैं. जो 'बीच शैक' कभी सुकून और शांति के लिए जानी जाती थीं, वे अब जबरदस्त पार्टी जोन में बदल चुकी हैं और वहां की एनर्जी देखने लायक है. लेकिन यकीन मानिए, गोवा में उमड़ा पर्यटकों का यह सैलाब सिर्फ मौज-मस्ती के बारे में नहीं है. यह वहां के लोकल बिजनेस और बाजार के लिए एक नई जान लेकर आया है.
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हादसों की टीस को पीछे छोड़ फिर से अंगड़ाई लेती गोवा की पर्यटन अर्थव्यवस्था
उत्सव की इन भव्य तैयारियों के बीच गोवा ने हाल के दिनों में कुछ कड़वे घूंट भी पिए हैं. दिसंबर की शुरुआत में अर्पोरा के एक नाइट क्लब में लगी भीषण आग, जिसमें 25 जिंदगियां काल के गाल में समा गईं, उसने एक पल के लिए पूरे राज्य को झकझोर जरूर दिया था. इसके बावजूद, गोवा के पर्यटन उद्योग ने एक ऐसी दृढ़ता और हौसला दिखाया है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. सच तो यह है कि यह दुखद घटना राज्य के पर्यटन की रफ्तार को थामने में नाकाम रही है, क्योंकि प्रशासन ने सुरक्षा के मानकों को अब पहले से कहीं ज्यादा सख्त कर दिया है.
आधिकारिक तौर पर यह साफ कर दिया गया है कि गोवा सैलानियों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है और यहां आने वाले मेहमानों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है. यही कारण है कि दुनिया भर से सैलानी यहां खिंचे चले आ रहे हैं और उत्सव का माहौल फीका पड़ने के बजाय और अधिक गहरा होता जा रहा है.
अगर हम दिसंबर के पहले हफ्ते की बात करें, तो फ्लाइट्स रद्द होने की वजह से शुरू में पर्यटकों की संख्या में कुछ गिरावट जरूर दर्ज की गई थी, लेकिन उसके बाद से स्थिति में जो सुधार आया है वह काबिले तारीफ है. आज की तारीख में गोवा के समुद्र तट और बाजार फिर से उसी पुरानी चहल-पहल और रौनक से गुलजार हैं. खास बात यह है कि रूस और ब्रिटेन जैसे देशों से चार्टर्ड उड़ानें अब नियमित रूप से गोवा के रनवे पर उतर रही हैं और विदेशी मेहमानों का तांता लगा हुआ है. चूंकि अंतरराष्ट्रीय सैलानियों की यह आमद लगातार बढ़ रही है, लिहाजा नए साल के इस व्यस्त समय में गोवा का पर्यटन उद्योग अपने पुराने तमाम रिकॉर्ड तोड़ने की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ रहा है.
बागा से पालोलेम तक पसरा समंदर और सोशल मीडिया पर छाया गोवा का जादू
गोवा के मशहूर समुद्र तटों की बात की जाए, तो उत्तरी गोवा के कलंगुट और बागा इस वक्त किसी बड़े मेले जैसा अहसास करा रहे हैं. सिर्फ उत्तर ही नहीं, बल्कि दक्षिण गोवा के बेनौलिम, माजोर्डा, कोल्वा और पालोलेम जैसे शांत कहे जाने वाले बीच भी अब सैलानियों के जीवंत केंद्र बन चुके हैं. यहां दिलचस्प यह है कि स्थानीय रेस्तरां, हस्तशिल्प के बाजार और सैरगाहें हर उम्र के लोगों के लिए कुछ न कुछ खास पेश कर रही हैं.
देखा जाए तो घरेलू पर्यटकों के लिए गोवा हमेशा से 'नंबर-1 चॉइस' रहा है. सैलानियों को भले ही बीच पर तिल रखने की जगह न हो, लेकिन यही भीड़ और यही शोर तो गोवा के असली आकर्षण को कई गुना बढ़ा देता है. हकीकत तो यह है कि भले ही इन समुद्र तटों पर इस वक्त तिल रखने की जगह न हो, लेकिन यही गहमागहमी और शोर-शराबा तो गोवा के असली आकर्षण को कई गुना बढ़ा देता है. गोवा की असली जान यहां की इसी बेफिक्र भीड़ में बसती है, जो नए साल के जश्न को यादगार बनाने के लिए देश के कोने-कोने से यहां खिंची चली आती है.
इतना ही नहीं, इस पूरे माहौल को और अधिक ग्लैमरस बना रहे हैं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और कंटेंट क्रिएटर्स, जो गोवा के हर रंग को अपने कैमरों के जरिए दुनिया तक पहुंचा रहे हैं. इंटरनेट पर यहां के लजीज सी-फूड और सुकून भरे वातावरण की जो तस्वीरें और वीडियो साझा किए जा रहे हैं, उसका सीधा असर यह हुआ है कि गोवा अब काम और छुट्टी को जोड़ने वाला सबसे पसंदीदा ठिकाना बन गया है. लिहाजा, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर वायरल हो रहा गोवा का यह वाइब उन लोगों को भी घर से बाहर खींच लाया है, जो अब तक केवल मोबाइल स्क्रीन पर रील देखकर ही संतोष कर रहे थे.
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आधी रात की आतिशबाजी और वैश्विक पार्टी डेस्टिनेशन के रूप में उभरता नया गोवा
जैसे-जैसे 31 दिसंबर की शाम नजदीक आ रही है, सबकी निगाहें आधी रात के उस जादुई पल पर टिकी हैं जब गोवा का आसमान सतरंगी आतिशबाजी से नहा उठेगा. यह आतिशबाजी सिर्फ एक तमाशा नहीं, बल्कि आने वाले साल की नई उम्मीदों का एक भव्य और शोर भरा स्वागत होगा. इसके साथ ही आलीशान क्रूज जहाजों पर होने वाली विशेष यात्राएं और समंदर की लहरों के बीचों-बीच चलने वाली म्यूजिक पार्टियां इस अनुभव को सातवें आसमान पर ले जाने वाली हैं. चूंकि संगीत समारोह और नामी क्लबों का शोर पूरी रात और अगली सुबह तक जारी रहेगा, इसीलिए गोवा एक बार फिर एक विशाल खुले आसमान के नीचे भारत का सबसे बड़ा सेलिब्रेशन हॉल बनने जा रहा है.
अगर हम भविष्य की ओर देखें, तो गोवा अब केवल नारियल के पेड़ों और फेनी तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह एक 'ग्लोबल पार्टी हॉटस्पॉट' के रूप में खुद को स्थापित कर चुका है. 2025 का यह विदाई समारोह और 2026 का आगाज इस बात का पुख्ता प्रमाण है कि गोवा में शांति और रोमांच का जो अनूठा मेल है, वह दुनिया के किसी और कोने में मिलना नामुमकिन है. भले ही वैश्विक पर्यटन के ट्रेंड्स बदलते रहें, लेकिन गोवा का अटूट आकर्षण और यहां की बेफिक्र ऊर्जा इसे हमेशा घुमक्कड़ों की पहली पसंद बनाए रखेगी. यही वजह है कि आने वाले सालों में भी गोवा न केवल भारत, बल्कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटन बाजार का सबसे चमकदार सितारा बना रहेगा.
धीरज पांडेय