Pahalgam terror attack victims family on India vs Pakistan Match : 'मेरे भाई ने गोलियां खाईं, मुझे वो दे दो, फिर पाकिस्तान के साथ मैच खेलना...', ये कहना है पहलगाम आतंकी हमले में अपने पिता और भाई को खोने वाले सावन परमार का... गुजरात के भावनगर में रहने वाले सावन परमार एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के मैच के होने को लेकर बेहद दुखी नजर आए. उन्होंने सरकार के कदम पर सवाल उठाए.
ध्यान रहे 22 अप्रैल 2025 को आतंकवादी हमला हुआ था. पाकिस्तान से सहायता प्राप्त हमलावरों ने पहलगाम में घुसकर लोगों से उनका धर्म पूछा और उनकी हत्या कर दी. इसके बाद भारत सरकार ने ऑपरेश सिंदूर लॉन्च किया था. अब चूंकि एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच भिड़ंत हो रही है, इस पर पहलगाम हमले के मृतकों से जुड़े परिवार खुश नहीं हैं. पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे, इनमें गुजरात के भावनगर के सुमित परमार और उनके पिता यतेश परमार भी शामिल थे.
यतेश के बेटे सावन परमार ने सवाल उठाते हुए कहा- पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह का व्यवहार नहीं होना चाहिए, क्योंकि वो आतंकी देश है. अगर आपको पाकिसतान के साथ मैच खेलना है तो मेरा 16 साल का भाई जो पहलगाम में मारा गया, उस दे दो.
वहीं सावन ने कहा कि भारत सरकार की ओर से ऑपरेशन सिंदूर किया गया, अगर मैच होता है, वो तो एक तरह से व्यर्थ हुआ. कुल मिलाकर पाकिस्तान से कैसा भी व्यवहार नहीं होना चाहिए.
वहीं पति और बेटे को खोने वाली किरण यातिश परमार ने कहा... यह मुकाबला नहीं होना चाहिए. मैं प्रधानमंत्री मोदी से पूछना चाहती हूं, ऑपरेशन सिंदूर अभी समाप्त नहीं हुआ है तो यह भारत-पाकिस्तान मैच क्यों हो रहा है?... मैं पूरे देश से कहना चाहती हूं कि वे उन परिवारों से मिलने जाएं, जिन्होंने पहलगाम आतंकी हमले में अपने प्रियजनों को खोया है और देखें कि वे कितने दुखी हैं. हमारे जख्म अभी भी भर नहीं पाए हैं...
कुल मिलाकर भारत पाकिस्तान संग मैच को लेकर कई लोगों ने विरोध जताया है, शनिवार को कई जगह प्रदर्शन भी हुए. देश में एक वर्ग चाहता है कि दोनों देशों को मैच नहीं खेलना चाहिए. देश में एक वर्ग चाहत है कि आतंकवादियों के समर्थन करने वाले पाकिस्तान से कोई मैच नहीं होना चाहिए.
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