भारत-पाकिस्तान के बीच खेलों पर केंद्र सरकार की ओर से बड़ा ऐलान हुआ है. भारत सरकार ने साफ किया है कि भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी और पाकिस्तान की टीम को भी भारत आने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
वहीं एशिया कप और ICC टूर्नामेंट जैसे मल्टीनेशन टूर्नामेंट का आयोजन अलग माना जाएगा. इनमें भारत भाग ले सकता है, बशर्ते वे किसी न्यूट्रल वेन्यू पर आयोजित हों. खेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारत की नीति में कोई बदलाव नहीं किया गया है और पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध बहाल करने का सवाल ही नहीं उठता.
लेकिन चूंकि एशिया कप एक मल्टीनेशन टूर्नामेंट है, ऐसे में टीम इंडिया इसमें खेलने उतरेगी. इस फैसले के बाद यह साफ हो गया है कि भारत-पाकिस्तान भिड़ंत केवल एशिया कप या आईसीसी टूर्नामेंट जैसे मंचों पर ही देखने को मिलेगी.
इस अधिकारी ने कहा- भारतीय टीमें और खिलाड़ी उन अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में हिस्सा लेंगे, जिनमें पाकिस्तान की टीमें या खिलाड़ी भी शामिल होंगे उसी तरह, भारत में होने वाले मल्टीनेशन टूर्नामेंटों में पाकिस्तान की टीमों और खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति मिलेगी.
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कब है भारत पाकिस्तान का एशिया कप में मैच
एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को भिड़ंत होगी. वहीं फाइनल मैच 29 सितंबर को होगा. यह टूर्नामेंट टी20 इंटरनेशनल फॉर्मेट में खेला जाएगा. वहीं टूर्नामेंट की शुरुआत 9 सितंबर से हो रही है. वैसे भारत और पाकिस्तान की एशिया कप में भिड़ंत 3 बार हो सकती है.
भारत और पाकिस्तान कब से नहीं खेले द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज
भारत और पाकिस्तान ने 2012-13 सीजन के बाद से कोई द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज नहीं खेली है. तब से दोनों देशों की पुरुष और महिला टीमें सिर्फ मल्टीनेशन टूर्नामेंट और मल्टी स्पोर्ट्स इवेंट में ही आमने-सामने हुई हैं.
भारत ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए 2023 में पाकिस्तान में होने वाले एशिया कप और 2025 में होने वाले चैम्पियंस ट्रॉफी में जाने से इनकार कर दिया था. इसके बाद ये टूर्नामेंट तटस्थ स्थलों पर आयोजित किए गए. हाल ही में पाकिस्तान की हॉकी टीम ने भी भारत यात्रा करने से इनकार कर दिया, जबकि एशिया कप हॉकी 28 सितंबर से राजगीर में शुरू होना है.
इसी बीच कई पूर्व भारतीय क्रिकेटरों समेत अलग-अलग आवाजे उठ रही हैं कि भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान के खिलाफ अपना एशिया कप मैच नहीं खेलना चाहिए. यह मांग पहलगाम आतंकी हमले के बाद तेज हुई, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे. इस हमले के बाद भारत ने सीमा पार आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया.
भारत की इंटरनेशनल स्पोर्ट्स के लिए पॉलिसी
भारत की इंटरनेशनल स्पोर्ट्स के लिए पॉलिसी में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि देश अब अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों के लिए एक भरोसेमंद स्थल के रूप में उभर रहा है. इसके तहत खिलाड़ियों, टीम अधिकारियों, टेक्निकल कर्मचारियों और अंतरराष्ट्रीय खेल संगठनों के पदाधिकारियों के लिए वीजा प्रक्रिया आसान बनाई जाएगी. भारत को अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजन कराने के लिए पसंदीदा गंतव्य बनाने के उद्देश्य से इन सभी वर्गों के लिए वीजा प्रक्रिया सरल होगी.
खास तौर पर, इन संगठनों के पदाधिकारियों को उनकी आधिकारिक अवधि के दौरान प्राथमिकता के आधार पर 'मल्टी-एंट्री वीजा' दिया जाएगा, जिसकी अधिकतम अवधि पांच वर्ष होगी. इससे उन्हें भारत में प्रवेश और देश के भीतर सुचारू रूप से आवाजाही करने में सुविधा होगी, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है.
इसी स्पोर्ट्स पॉलिसी के अनुसार, भारतीय टीमें और खिलाड़ी उन अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में हिस्सा लेंगे जिनमें पाकिस्तान की टीमें या खिलाड़ी भी शामिल होंगे. उसी तरह, भारत में आयोजित मल्टीनेशन टूर्नामेंट में पाकिस्तान की टीमें और खिलाड़ी भी भाग ले सकेंगे.
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