रूस की दूसरी सबसे बड़ी तेल कंपनी Lukoil ने अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद अपनी अंतरराष्ट्रीय संपत्तियां बेचने का फैसला किया है. कंपनी के पास इराक, यूरोप और एशिया में बड़े तेल कुएं और रिफाइनरियां हैं. यह कदम रूस के तेल व्यापार पर बड़ा झटका माना जा रहा है.