UNEP की एमिशन गैप रिपोर्ट 2025 के मुताबिक 2100 दशक तक दुनिया का तापमान 2.3 से 2.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ने वाला है, जिससे मौसमों में चेंज होगा और भयानक आपदाएं आ सकती हैं.