स्वतंत्रता के बाद बिहार में कांग्रेस शासन के प्रति भ्रष्टाचार और जातीय सियासत के कारण असंतोष बढ़ रहा था. 1970 के दशक में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और शिक्षा के मुद्दों पर छात्र आंदोलन ने जोर पकड़ा. छात्रों के आग्रह पर जयप्रकाश नारायण ने नेतृत्व संभाला और 'संपूर्ण क्रांति' का आह्वान किया. देखें पाटलिपुत्र.