मध्य प्रदेश के कटनी की रहने वाली अर्चना तिवारी को आखिरकार पुलिस ने बरामद कर लिया है. GRP सूत्रों के अनुसार, अर्चना नेपाल की राजधानी काठमांडू में थी. लोकेशन ट्रेस करने के बाद पुलिस ने उसे फोन कॉल पर नेपाल-भारत सीमा पर बुलवाया और भारत की सीमा में प्रवेश करते ही उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से बरामद कर लिया. रानी कमलापति थाना GRP की टीम अर्चना को लेकर भोपाल के लिए रवाना हो गई है. आज दोपहर को GRP इस मामले का पूरा खुलासा करेगी.
29 साल की अर्चना मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर बेंच में प्रैक्टिसिंग वकील है और सिविल जज परीक्षा की तैयारी भी कर रही थी. रक्षाबंधन के लिए 7-8 अगस्त की रात को नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन से कटनी के लिए रवाना हुई थी, लेकिन अपने गंतव्य तक नहीं पहुंची. अर्चना की आखिरी लोकेशन इटारसी स्टेशन पर मिली थी, जिसके बाद उसका मोबाइल फोन बंद हो गया. परिजनों ने भोपाल के रानी कमलापति GRP थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी.
रेलवे एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया, करीब 12 दिनों की कड़ी तलाशी के बाद GRP ने अर्चना तिवारी को लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश) नेपाल सीमा के पास से बरामद किया है. उन्होंने कहा कि अर्चना को भोपाल लाया जा रहा है, जहां उसके बयान दर्ज किए जाएंगे, जिसके बाद पूरे घटनाक्रम की पूरी जानकारी सामने आएगी.
बता दें कि पुलिस ने रानी कमलापति स्टेशन से लेकर इटारसी और कटनी तक के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया और स्टेशनों समेत आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. परिजनों को पहले मानव तस्करी की आशंका थी और उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की थी, लेकिन एसपी लोढ़ा ने इस पहलू पर कोई टिप्पणी नहीं की.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को अर्चना तिवारी लखीमपुर खीरी में नेपाल सीमा के पास मिली. अब पुलिस की टीम उसको लेकर भोपाल लौट रही है और पूछताछ के बाद इस रहस्यमयी गुमशुदगी के कारणों का खुलासा होने की उम्मीद है.
रवीश पाल सिंह