चीन का डबल धोखा: अरुणाचल में सैनिकों ने लगाया टेंट, लद्दाख में घुसा हेलिकॉप्टर

लद्दाख की हवाई सीमा में चीन के दो हेलिकॉप्टर देखे गए हैं. ये दोनों हेलिकॉप्टर ऐसे इलाके में नजर आए हैं, जो रणनीतिक तौर पर भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और साथ ही चीन यहां अक्सर घुसपैठ की कोशिश करता रहा है.

Advertisement
चीनी सेना (फोटो-मनोज्ञा लोइवाल/मंजीत नेगी) चीनी सेना (फोटो-मनोज्ञा लोइवाल/मंजीत नेगी)

जावेद अख़्तर / जितेंद्र बहादुर सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 15 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 2:41 PM IST

डोकलाम विवाद के बाद चीन ने एक बार फिर भारतीय सीमाओं में घुसने की हिमाकत की है. इस बार चीनी सैनिकों की तरफ से डबल अटैक किया गया है. एक तरफ जहां जम्मू-कश्मीर के लद्दाख में चीन ने हेलिकॉप्टर से भारतीय हवाई सीमा में घुसने की कोशिश की है, वहीं दूसरी तरफ अरुणाचल प्रदेश में चीनी सुरक्षाबलों को देश की सीमा के अंदर देखा गया है.

Advertisement

लद्दाख में चीनी हेलिकॉप्टर

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है कि चीन के दो हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा में देखे गए. रिपोर्ट के मुताबिक, ये दोनों हेलिकॉप्टर बीते 27 अगस्त को सुबह करीब 9 बजे लद्दाख के बुर्तसे और ट्रैक जंक्शन पोस्ट के आसपास देखे गए. ITBP रिपोर्ट के अनुसार दोनों चीनी हेलीकॉप्टर MI-17 की तरह दिख रहे थे. ये हेलिकॉप्टर करीब 5 मिनट तक भारतीय हवाई क्षेत्र में रहे.

महत्वपूर्ण है इलाका

लद्दाख के बुर्तसे और ट्रैक जंक्शन पोस्ट ट्रिग हाईट और डेपसांग इलाके में पड़ते हैं. सूत्रों के मुताबिक लद्दाख के ट्रिग हाईट और डेपसांग का ये इलाका भारत के लिए रणनीतिक तौर पर काफी महत्व रखता है. यही वजह है कि चीन यहां कब्जा करने की कोशिश में रहता है और बार-बार घुसपैठ के प्रयास करता है. इसी इलाके में भारत का महत्वपूर्ण दौलत बेग ओल्डी एयरफील्ड भी है, जिस पर चीन घुसपैठ के जरिए नजर रखने की फिराक में रहता है.

Advertisement

अरुणाचल में भी घुसपैठ

लद्दाख में हवाई सीमा का उल्लंघन करने वाले चीनी सैनिकों ने जमीनी बॉर्डर को भी पार कर लिया. खबर है कि अरुणाचल प्रदेश की दिवांग घाटी में क्षेत्र के ग्रामीणों ने चीनी सुरक्षाबलों के दाखिल होने की जानकारी दी. ये घटना कुछ दिन पहले की बताई जा रही है.

हालांकि, इस मसले पर सेना की तरफ से आजतक को बताया गया है कि यह उल्लंघन जैसा नहीं है क्योंकि एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) को लेकर विवाद के चलते पेट्रोलिंग उसी आधार पर की जाती है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement