उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर इंग्लैंड में उनके संबोधन को लेकर निशाना साधा था. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर अब कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस ने राहुल गांधी की आलोचना करने के लिए जगदीप धनखड़ पर हमला बोला है और कहा है कि राज्यसभा का चेयरमैन अंपायर होता है, सत्तापक्ष का चीयरलीडर नहीं.
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और कम्युनिकेशन प्रभारी जयराम रमेश ने उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के बयान को निराशाजनक बताया है. उन्होंने बयान जारी कर कहा है कि किसी भी संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति को किसी राजनीतिक दल के प्रति झुकाव, किसी दल के प्रति पूर्वाग्रह से मुक्त होना चाहिए. राजनीतिक दल के प्रति निष्ठा का त्याग करने की आवश्यकता होती है.
जयराम रमेश ने कहा है कि उपराष्ट्रपति को संविधान राज्यसभा चेयरमैन की अतिरिक्त जिम्मेदारी देता है. उन्होंने राहुल गांधी पर उपराष्ट्रपति के बयान को आश्चर्यजनक बताया और कहा कि वे एक ऐसी सरकार के बचाव में आ गए जिससे उन्हें संवैधानिक तौर पर दूर रहना चाहिए था. जयराम रमेश ने जगदीप धनखड़ के बयान को निराशाजनक और भ्रमित करने वाला बताया.
उन्होंने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि वे विदेश में ऐसा कुछ भी नहीं बोले हैं जो यहां कई बार न कहे हों. राहुल गांधी का बया्न तथ्यों पर आधारित है और जमीनी सच्चाई बताता है. जयराम रमेश ने कहा कि पिछले दो हफ्ते में ही संसद में अपनी आवाज दबाने का विरोध करने के लिए 12 से अधिक विपक्षी सांसदों को विशेषाधिकार हनन के नोटिस दिए गए हैं.
उन्होंने कहा कि पिछले आठ साल में छापेमारी कर इस हद तक डराया गया है कि केवल सरकार की ही आवाज उठे. गौरतलब है कि जगदीप धनखड़ ने एक कार्यक्रम में राहुल गांधी के विपक्षी सांसदों का माइक सदन में बंद किए जाने के आरोप पर नाराजगी जताई थी. जगदीप धनखड़ ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा था कि उनकी ऐसा कहने की हिम्मत कैसे हुई?
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने ये भी कहा कि इस मुद्दे पर चुप रहा तो संविधान का गलत पक्ष बनूंगा. उन्होंने ये भी कहा था कि जब देश जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है, कुछ लोग हमें बदनाम करने के लिए ओवरटाइम काम कर रहे हैं. देश के अंदर या बाहर इस तरह की बातें जो भी कह रहा है, वह देश का अपमान है. जगदीप धनखड़ के इस बयान से भड़की कांग्रेस पार्टी ने अब उन पर पलटवार किया है.
मौसमी सिंह