कुनबे को एकजुट नहीं रख पा रही कांग्रेस! नॉर्थ से लेकर ईस्ट तक इस्तीफों का सिलसिला जारी

भारत जोड़ो यात्रा और अब भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जरिए खोई साख हासिल करने में जुटी कांग्रेस अपने ही नेताओं को जोड़े रखने में विफल नजर आ रही है. यही कारण है कि कांग्रेस के नेता लगातार पार्टी से छिटकते जा रहे हैं, जिसका हालिया उदाहरण राज्यसभा चुनाव में विधायकों की बगावत के रूप में देखने को मिला.

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राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे (फाइल फोटो) राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे (फाइल फोटो)

राहुल चौहान

  • नई दिल्ली,
  • 28 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 10:52 PM IST

लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी हैट्रिक की तैयारी में जुटी है. वहीं विपक्षी पार्टियों की एक के बाद एक मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. INDIA गठबंधन को मजबूत करने में जुटी कांग्रेस अब खुद कमजोर ही नजर आ रही है. कांग्रेस के नेता लगातार पार्टी से छिटकते जा रहे हैं, जिसका हालिया उदाहरण हिमाचल के राज्यसभा चुनाव में विधायकों की बगावत के रूप में देखने को मिला. कांग्रेस नॉर्थ से लेकर ईस्ट तक संकट में घिरी नजर आ रही है. यहां के कई राज्यों में पिछले दो दिनों में इस्तीफों का सिलसिला देखने को मिला है.

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पहले भारत जोड़ो यात्रा और अब भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जरिए खोई साख हासिल करने में जुटी कांग्रेस अपने ही नेताओं को जोड़े रखने में विफल नजर आ रही है. फिर चाहे बात हिमाचल-बिहार की हो या फिर बंगाल-असम की. कांग्रेस के कद्दावर नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम रहे हैं. नेताओं के पार्टी छोड़ने के सवाल पर राहुल गांधी कह चुके हैं कि जो भी जाना चाहता है, वह जा सकता है. उधर, जो नेता पार्टी छोड़ रहे हैं वह कांग्रेस पर अनदेखी और जैसे आरोप लगा रहे हैं.

इस्तीफों का सिलसिला इन चार राज्यों में ही सिमित नहीं है. इससे पहले महाराष्ट्र और झारखंड जैसे राज्यों में भी दलबदल का खेला देखने को मिला था. यहां कांग्रेस के कई कद्दावर नेताओं ने पार्टी छोड़कर बीजेपी जॉइन कर ली. महाराष्ट्र में अशोक चव्हाण और बासवराज पाटिल जैसे बड़े नेताओं का पाला बदलना कांग्रेस के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है. वहीं झारखंड में भी पार्टी की एकलौती सांसद गीता कोड़ा ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया. इसके बाद भी इस्तीफों का सिलसिला जारी है. 

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असम के कार्यकारी अध्यक्ष का इस्तीफा

बुधवार को ही असम कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ और प्रमुख नेताओं में से एक राणा गोस्वामी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल को भेजे गए अपने इस्तीफे में राणा गोस्वामी ने कहा कि वह पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक सक्रिय सदस्य के रूप में अपना इस्तीफा दे रहे हैं. हालांकि उन्होंने अपने इस्तीफे का कोई कारण नहीं बताया. अब राणा गोस्वामी के भाजपा में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है. 

दीदी के विरोध में सिर मुंडवाने वाले नेता का इस्तीफा

बंगाल में भी कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है. कभी बंगाल में दीदी के विरोध में सिर मुंडवाने वाले कौस्तव बागची ने लोकसभा चुनाव से ऐन पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को तीन पन्नों का इस्तीफा भेजा है. सोशल मीडिया पर अपना इस्तीफा शेयर करते हुए कौस्तव बागची ने पार्टी पर सवाल उठाए और कहा कि पार्टी में उचित सम्मान नहीं मिला. उन्होंने टीएमसी के साथ गठबंधन करने का भी विरोध किया है. 

हिमाचल में भी जारी है टेंशन

हिमाचल राज्यसभा चुनाव में विधायकों की बगावत कांग्रेस को बड़ा झटका दे गई. राज्य में बहुमत 43 विधायकों वाली कांग्रेस उस बीजेपी से हार गई, जिसके पास विधानसभा में महज 25 विधायक हैं. इसके पीछे का कारण कांग्रेस के 6 और निर्दलीय 3 विधायकों की बगावत है, जिन्होंने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग कर दी और आज परिणाम सबके सामने हैं. 9 विधायकों की क्रॉस वोटिंग से बीजेपी को भी कांग्रेस बराबर 34 वोट मिल गए. दोनों पार्टियों में टाई होने पर पर्ची से हुए ड्रॉ में भी कांग्रेस को हार मिली और बीजेपी के हर्ष महाजन चुनाव जीत गए. वहीं मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी इस्तीफा दे चुके हैं, जिन्हें मनाने के प्रयास जारी हैं.

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बिहार के कद्दावर नेता थाम चुके बीजेपी का दामन

इसी तरह बिहार में भी मंगलवार को पार्टी के दो विधायकों ने इस्तीफा दे दिया. कांग्रेस विधायक मुरारी गौतम और सिद्धार्थ सौरव इस्तीफा देकर एनडीए में शामिल हो गए. इनके साथ आरजेडी की विधायक संगीता देवी ने भी पाला बदलकर एनडीए का दामन थाम लिया था. बिहार की एनडीए सरकार में डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने तीनों को पार्टी में शामिल कराया. मुरारी गौतम पूर्व की महागठबंधन सरकार में मंत्री रहे हैं और चेनारी विधानसभा से विधायक हैं. वहीं सिद्धार्थ सौरव बिक्रम विधानसभा से विधायक हैं, जबकि राष्ट्रीय जनता दल की विधायक संगीता देवी मोहनिया से विधायक हैं.

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