ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के सीजफायर को लेकर अमेरिका ने एक बार फिर बयान दिया है. भारत और पाकिस्तान के सीजफायर पर अमेरिकी सरकार ने फिर दो टूक जवाब दिया है.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि कुछ चीजें अपने-आप स्पष्ट हो जाती है. ये हमारी आधुनिक दुनिया की अच्छी बातों में से एख है कि असल में क्या हो रहा है, लोग उसे देख सकते हैं. वास्तव में जो हुआ है, वह जानने के लिए आप किसी टिप्पणी या बयान पर निर्भर नहीं है.
ब्रूस ने कहा कि हर किसी की अपना नजरिया है. ये भी एक ओपिनियन है. कुछ ओपिनियन गलत हैं लेकिन मेरी बेमुश्किल से ही गलत होते हैं. लेकिन अन्य की राय गलत हो सकती हैं. अमेरिकी उपराष्ट्रपति भी भारत और पाकिस्तान सीजफायर को लेकर हुई चर्चा में शामिल थे.
बता दें कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था. इस हमले के बाद चार दिनों तक दोनों देशों के बीच संघर्ष हुआ था. ये संघर्ष 10 मई को सीजफायर के साथ समाप्त हुआ. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का क्रेडिट लिया था, जिस पर काफी विवाद भी हुआ.
भारत की ओर से कहा गया था कि इस सीजफायर के लिए पाकिस्तान ने एक बार नहीं बल्कि दो बार संपर्क किया था. पाकिस्तान ने पहली बार 7 मई की शाम को भारत से सीजफायर के लिए संपर्क किया था. पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) की ओर से औपचारिक संदेश सहित भारत से संपर्क साधा गया था.
इसके बाद 10 मई को शाम 3.35 मिनट पर DGMO स्तर की वार्ता हुई थी, जिस दौरान दोनों तरफ से सीजफायर पर सहमति बनी. यह सहमति दोनों देशों के सैन्य संचार माध्यमों के जरिए हुई, जिसका उद्देश्य तनाव को कम करना था.
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