राहुल गांधी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर की लोको पायलट्स से मुलाकात, जानिए क्या हुई बात

कांग्रेस ने कहा कि राहुल गांधी ने पूरे भारत से लगभग 50 लोको पायलटों से मुलाकात की. उन्होंने उन्हें अपनी समस्याएं बताईं. लोको पायलट्स ने अपर्याप्त आराम की शिकायत की. वे घर से बहुत दूर लंबी दूरी की ट्रेनें चलाते हैं और अक्सर पर्याप्त ब्रेक के बिना उन्हें ड्यूटी पर लगाया जाता है.

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राहुल गांधी ने लोको पायलट्स से मुलाकात की (फोटो- X/INCIndia) राहुल गांधी ने लोको पायलट्स से मुलाकात की (फोटो- X/INCIndia)

मौसमी सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 05 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 6:54 PM IST

कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने आज नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लोको पायलट्स से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने लोको पायलट्स का हालचाल पूछा. साथ ही उनकी परेशानियां भी सुनीं. इस मुलाकात को लेकर कांग्रेस ने कहा कि राहुल गांधी ने पूरे भारत से लगभग 50 लोको पायलटों से मुलाकात की. उन्होंने उन्हें अपनी समस्याएं बताईं. लोको पायलट्स ने अपर्याप्त आराम की शिकायत की. वे घर से बहुत दूर लंबी दूरी की ट्रेनें चलाते हैं और अक्सर पर्याप्त ब्रेक के बिना उन्हें ड्यूटी पर लगाया जाता है. इससे बहुत तनाव होता है और एकाग्रता में कमी आती है, जो दुर्घटनाओं का एक प्रमुख कारण है. विशाखापट्टनम हादसे को लेकर हुई हालिया जांच समेत कई रिपोर्ट्स में रेलवे ने इस बात को स्वीकार किया है. 

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कांग्रेस ने कहा कि लोको पायलट 46 घंटे के बाद साप्ताहिक आराम मांगते हैं. इसका मतलब है कि शुक्रवार दोपहर को घर लौटने वाला ट्रेन चालक रविवार सुबह से पहले ड्यूटी पर नहीं लौटेगा. विमान के पायलटों को भी आमतौर पर इतना ही आराम मिलता है. लोको पायलट्स ने ये भी मांग की कि लगातार दो रातों की ड्यूटी के बाद एक रात का आराम मिलना चाहिए और ट्रेनों में ड्राइवरों के लिए बुनियादी सुविधाएं होनी चाहिए. आराम की कमी की वजह कर्मचारियों की कमी है, क्योंकि सरकार ने लोको पायलटों की सभी भर्तियां रोक दी हैं. 

कांग्रेस ने कहा कि पिछले 4 सालों में रेलवे भर्ती बोर्ड ने हजारों पदों पर रिक्तियों के बावजूद एक भी लोको पायलट की भर्ती नहीं की है. पायलटों ने आशंका जताई कि यह जानबूझकर उठाया गया कदम मोदी सरकार द्वारा रेलवे का निजीकरण करने की योजना है. पार्टी ने कहा कि राहुल गांधी ने लोको पायलटों को आश्वासन दिया कि वे रेलवे के निजीकरण और भर्ती की कमी का मुद्दा लगातार उठाते रहे हैं. उन्होंने उनकी चिंताओं को सुना और पर्याप्त आराम की उनकी मांग का पूरा समर्थन किया. साथ ही उम्मीद जताई कि इससे हादसों में काफी कमी आएगी.

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इस मुलाकात का जिक्र करते हुए प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया कि भारतीय रेलवे में ट्रेन चलने वाले लोको पायलट बहुत कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं. लंबी दूरी की ट्रेनें, कई-कई घंटे की ड्यूटी, न नींद, न आराम, वे तनाव में काम करते हैं और इस वजह से भी दुर्घटनाएं होती हैं. रेलवे में 3 लाख से ऊपर पद खाली हैं. लोको पायलट के भी हजारों पद खाली हैं. 

प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार रेलवे में भर्तियां नहीं कर रही है. पायलटों को आशंका है कि मोदी सरकार रेलवे का निजीकरण करने के मकसद से जान-बूझकर ऐसा कर रही है. राहुल गांधी ने लोको पायलटों को भरोसा दिलाया है कि वे विपक्ष के नेता के रूप में उनका मुद्दा संसद में उठाएंगे.

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