अमेठी में कांग्रेस की यात्रा के दौरान लगे 'राहुल गो बैक' के नारे, स्मृति का तंज- खाली सड़कों ने किया स्वागत

राहुल गांधी की अगुवाई में भारत जोड़ो न्याय यात्रा सोमवार को अमेठी पहुंची. ऐसे में इस दौरान लोगों ने राहुल गांधी वापस जाओ और जय श्रीराम के नारे लगाए. लोगों ने कहा कि राहुल गांधी राम मंदिर नही गए, अमेठी एक बार नही आए तो अब क्या करने आए हैं. ऐसे में पुलिस ने बैरिकेडिंग कर लोगों को रोकना लेकिन इसके बावजूद नारेबाजी जारी रही. 

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राहुल गांधी और स्मृति ईरानी राहुल गांधी और स्मृति ईरानी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 19 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 7:45 PM IST

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा उत्तर प्रदेश के अमेठी पहुंच गई है. ऐसे में राहुल ने कहा कि हमने एक साल पहले यात्रा निकाली थी, हमारा लक्ष्य भारत को जोड़ने का था. हमारी यात्रा में बहुत लोग हमारे पास आए जिनमें किसानों से लेकर मजदूर और गरीब थे. 

राहुल गांधी ने कहा कि अमेठी के लोगों ने कहा था कि आपकी यात्रा अमेठी नहीं आई तो हमने अमेठी आने के लिए दूसरी यात्रा निकाली.

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अमेठी में लगे 'राहुल गांधी वापस जाओ' के नारे

राहुल गांधी की अगुवाई में भारत जोड़ो न्याय यात्रा सोमवार को अमेठी पहुंची. ऐसे में इस दौरान लोगों ने राहुल गांधी वापस जाओ और जय श्रीराम के नारे लगाए. लोगों ने कहा कि राहुल गांधी राम मंदिर नही गए, अमेठी एक बार नही आए तो अब क्या करने आए हैं. ऐसे में पुलिस ने बैरिकेडिंग कर लोगों को रोकना लेकिन इसके बावजूद नारेबाजी जारी रही. 

स्मृति ईरानी का राहुल गांधी पर पलटवार

अमेठी में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर तंज कसते हुए बीजेपी की वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि जिसे खुद सहारे की जरूरत है, वो दूसरों का सहारा कैसे बनेगा.

स्मृति ने बिना राहुल का नाम लिए कहा कि अमेठी के लोग गुस्से में हैं क्योंकि अमेठी के एक पूर्व सांसद ने वायनाड से अमेठी के लोगों को समझने का बयान दिया था. अमेठी के लोगों में गुस्सा है क्योंकि अमेठी के पूर्व सांसद ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से इनकार कर दिया. आज अमेठी की खाली सड़कों ने उनका स्वागत किया है. ऐसे में वह प्रतापगढ़ से लोगों को ढोकर अमेठी लाए. 

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स्मृति ईरानी ने कहा कि जो लोग अमेठी को सत्ता का केंद्र मानते थे, जब वे गाजे-बाजे के साथ आए तो अमेठी के लोग उनके स्वागत के लिए नहीं पहुंचे और उन्हें प्रतापगढ़, सुल्तानपुर से लोग लाने पड़े. लोग ये नहीं भूले कि इसी व्यक्ति ने वायनाड में उत्तर भारत और विशेषकर अमेठी के बारे में कहा था कि यहां के लोगों की समझ ठीक नहीं है, तब से लेकर अब तक लोग आक्रोशित हैं. माहौल ऐसा है कि रायबरेली की सीट भी परिवार ने छोड़ दी.

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