प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अयोध्या जाएंगे, जहां पीएम श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण करेंगे. इस कार्यक्रम को लेकर तैयारियां पूरी हो गई हैं. सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं अयोध्या पहुंचकर सभी तैयारियों का जायजा लिया और अंतिम निर्देश दिए. पूरे शहर में अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
अयोध्या में श्री राम मंदिर में ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने से पहले प्रशासन ने असाधारण रूप से उच्च स्तर की सुरक्षा-व्यवस्था लागू कर दी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में, शहर भर में कानून-व्यवस्था की कड़ी निगरानी सुनिश्चित करते हुए, अभेद्य सुरक्षा घेरा स्थापित किया गया है.
6,970 सुरक्षा कर्मी तैनात
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा-व्यवस्था में कुल 6,970 सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं, जिनमें ATS के कमांडो, NSG के स्नाइपर, साइबर विशेषज्ञ और तकनीकी टीमें शामिल हैं. पूरे मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में एंटी-ड्रोन तकनीक, स्नाइपर निगरानी और उन्नत निगरानी प्रणाली कार्यरत है.
पुलिस अधीक्षकों से लेकर क्षेत्र-स्तरीय टीमों तक के वरिष्ठ अधिकारी निर्बाध समन्वय सुनिश्चित करने के लिए अभियानों की निगरानी कर रहे हैं. भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा जांच, विस्फोटकों का पता लगाने और आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए तैनात कर्मियों को प्रमुख स्थानों पर तैनात किया गया है. बम निरोधक दस्ते, श्वान दस्ते, अति विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा टीमें, अग्निशमन यूनिटों, यातायात विभाग और त्वरित प्रतिक्रिया दल समेत विशेष यूनिट लगातार सक्रिय हैं.
बताया जा रहा है कि सुरक्षा योजना में आधुनिक सुरक्षा उपकरणों को भी शामिल किया गया है, जिनमें माइन डिटेक्शन यूनिट, बीडीएस स्क्वायड, एक्स-रे स्कैनर, हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर, वाहन स्कैनर, सीसीटीवी निगरानी प्रणाली, उच्च प्रतिक्रिया वैन और एम्बुलेंस शामिल हैं.
ड्रोन से की जा रही है निगरानी
सुरक्षा व्यवस्था में लगभग 90 तकनीकी विशेषज्ञ और 4 साइबर कमांडो तैनात किए गए हैं. प्रमुख क्षेत्रों में ड्रोन निगरानी की जा रही है. यातायात प्रबंधन के लिए 16 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 130 ट्रैफ़िक सब-इंस्पेक्टर और 820 ट्रैफिक कर्मी तैनात हैं. पार्किंग प्रबंधन के लिए 38 कर्मी तैनात किए गए हैं. प्रमुख चौराहों पर भीड़ नियंत्रण के लिए बैरियर भी लगाए गए हैं. निर्धारित रूटों पर स्नाइपर निगरानी और ऊंचाई से निगरानी की जा रही है.
अयोध्यवासियों का करेंगे अभिवादन
सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी अपनी यात्रा के दौरान सबसे पहले अयोध्यावासियों का अभिवादन करेंगे. इसके बाद सुबह 10 बजे पीएम सप्तमंदिर परिसर में महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुहा और माता शबरी के मंदिरों में पूजा-अर्चना करेंगे. इसके बाद पीएम शेषावतार मंदिर जाएंगे और लगभग सुबह 11 बजे के माता अन्नपूर्णा मंदिर में दर्शन करेंगे. आखिर में वह राम दरबार के गर्भगृह में पूजा-अर्चना करेंगे.
दोपहर 12 बजे होगा ध्वजारोहण
दोपहर लगभग 12 बजे प्रधानमंत्री मंदिर के शिखर पर 10 फुट ऊंचा और 20 फुट लंबा त्रिकोणीय ध्वजारोहण करेंगे. इस ध्वज पर चमकता हुआ सूर्य बना है जो भगवान श्री राम की वीरता का प्रतीक है. साथ ही इस पर पवित्र 'ओम' और कोविदार वृक्ष भी अंकित है. ये झंडा गरिमा, विरासत और रामराज्य के शाश्वत मूल्यों का प्रतीक है. मंदिर उत्तर भारतीय नागर वास्तुकला शैली में बनाया गया है.
ध्वज को पारंपरिक उत्तर भारतीय नागर स्थापत्य शैली में निर्मित मंदिर के शिखर पर फहराया जाएगा. इसके चारों ओर दक्षिण भारतीय स्थापत्य कला में निर्मित 800 मीटर का एक घेरा है, जो भारत की समृद्ध स्थापत्य विविधता को दर्शाता है. मुख्य मंदिर की बाहरी दीवारों पर 87 नक्काशीदार पत्थर के पैनल हैं जो वाल्मीकि रामायण पर आधारित भगवान राम के जीवन के प्रसंगों को दर्शाते हैं, जबकि परिधि पर 79 कांस्य पैनल भारत की सांस्कृतिक परंपराओं के दृश्यों को दर्शाते हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को कार्यक्रम का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
समर्थ श्रीवास्तव