विपक्ष बिहार वोटर लिस्ट रिवीजन के मुद्दे पर चर्चा की डिमांड कर रहा है. विपक्ष अपनी डिमांड पर अड़ा हुआ है. वहीं, सत्ता पक्ष ने लोकसभा में साफ कह दिया है कि इस मुद्दे पर संसद में चर्चा नहीं हो सकती है. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने संसदीय नियमों का हवाला दिया और यह भी कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. दोनों सदनों में विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच बुधवार को एक-एक विधेयक पारित हुए.
मर्चेंट शिपिंग बिल बुधवार को लोकसभा से पारित हो गया है. हंगामे के बीच पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मर्चेंट शिपिंग बिल लोकसभा में पेश किया. इस बिल पर चर्चा शुरू नहीं हो सकी और पेश किए जाने के बाद 20 मिनट के भीतर ही इसे पारित कर दिया गया. आसन से उपसभापति पैनल की संध्या राय ने ध्वनिमत से वोटिंग कराई. वहीं, राज्यसभा में भी एक बिल बिना चर्चा पारित हुआ है.
पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग राज्यमंत्री शांतनु ठाकुर ने एसआईआर पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष के हंगामे के बीच समुद्र द्वारा माल वहन विधेयक पेश किया. यह बिल भी बिना चर्चा के पारित हो गया. आसन से भुवनेश्वर कालिता ने ध्वनिमत से मतदान कराया, जिसमें यह बिल पास हो गया. संसद के चालू मॉनसून सत्र में राज्यसभा से पास हुआ यह दूसरा बिल है. इससे पहले, राज्यसभा से लैडिंग बिल पारित हुआ था. यह बिल मॉनसून सत्र के पहले ही दिन पारित हुआ था.
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राज्यसभा में आसन पर भड़के खड़गे
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे आसन पर भड़क गए. खड़गे ने आसन पर पक्षपात का आरोप लगाया और कहा कि जब विपक्ष के सदस्य पॉइंट ऑफ ऑर्डर रेज करते हैं, तब आप कहते हैं कि हाउस इज नॉट इन ऑर्डर. यहां पर वे (सत्तापक्ष के सदस्य) भाषण दे रहे हैं और आप अलाऊ कर रहे हैं. तब आसन पर उपसभापति पैनल के सदस्य भुवनेश्वर कालिता आसन पर थे. नेता सदन जेपी नड्डा ने विपक्ष के नेता की टिप्पणी का विरोध करते हुए कहा कि चेयर का डायरेक्शन ही फाइनल होगा.
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दो बार स्थगित हुई लोकसभा की कार्यवाही
संसद के दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा भी शुरू हो गया. लोकसभा में हंगामे के कारण प्रश्नकाल की कार्यवाही नहीं चल सकी. स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी. सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई, विपक्ष का हंगामा जारी रहा. इसके कारण कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी. वहीं, राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामे के कारण उपसभापति हरिवंश ने दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी थी.
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