'आपको बोलने के लिए एलाऊ करूंगा, पहले...', विपक्ष के नेता से आसन ने की क्या अपील

लोकसभा की कार्यवाही पहले 12 और फिर 2 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. इससे पहले, आसन से दिलीप सैकिया ने विपक्षी दलों से सदन चलने देने की अपील की. उन्होंने विपक्ष के नेता से भी अपने सदस्यों को बैठाने की अपील की.

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लोकसभा में पीठासीन दिलीप सैकिया और हंगामा करते विपक्षी सदस्य (Photo: Screengrab) लोकसभा में पीठासीन दिलीप सैकिया और हंगामा करते विपक्षी सदस्य (Photo: Screengrab)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 06 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 1:05 PM IST

लोकसभा में बुधवार को आसन ने विपक्ष से रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने की अपील की और कहा कि भारत की संसद को बाधित करना इसकी गरिमा को ठेस पहुंचाता है. आसन से दिलीप सैकिया ने विपक्ष के नेता से अपने सदस्यों को अपनी सीट पर बैठाने की कोशिश करने की अपील की. आसन ने कहा कि पहले आप अपने सदस्यों को बैठाइए, इसके बाद आपको बोलने के लिए एलाऊ करूंगा.

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दरअसल, दोपहर 12 जब लोकसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, तब आसन पर उपसभापति पैनल से दिलीप सैकिया आए. दिलीप सैकिया ने स्पीकर को स्थगन प्रस्ताव के नोटिस मिलने की जानकारी दी और कहा कि किसी भी नोटिस को अनुमति नहीं दी गई है. इसके बाद विपक्षी सदस्य वेल में आकर हंगामा, नारेबाजी करने लगे.

हंगामे के बीच ही आसन ने लिस्टेड बिजनेस लिए और इसके बाद विपक्षी सदस्यों से अपनी सीट पर जाने की अपील की. आसन से दिलीप सैकिया ने विपक्षी सदस्यों से सदन चलने देने की अपील की और कहा कि आप लोग रोज बैनर-पोस्टर लेकर आते हैं, ये उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि हर दिन इस तरह का व्यवहार ठीक नहीं है.

भारत की संसद को गरिमामंडित कीजिए, सदन को बाधित करना इसकी गरिमा को ठेस पहुंचाता है. दिलीप सैकिया ने कहा कि आपके व्यवहार से देश दुखी है. दिलीप सैकिया ने विपक्ष के नेता से अपने सदस्यों को बैठाने की कोशिश करने की अपील की. आसन से दिलीप सैकिया ने कहा कि पहले सदस्यों को बैठा दीजिए, इसके बाद मैं आपको बोलने के लिए एलाऊ करूंगा.

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विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी का शोर नहीं थमा. इसके बाद आसन से दिलीप सैकिया ने सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.

संसद में गतिरोध क्यों?

संसद के दोनों सदनों में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के बाद से ही गतिरोध जारी है. विपक्षी दल वोटर लिस्ट रिवीजन के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे हैं. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश साफ कह चुके हैं कि चुनाव आयोग संवैधानिक बॉडी है और उस पर यहां चर्चा की अनुमति नहीं दी जा सकती. विपक्ष चर्चा से कम पर सदन चलने देने को तैयार नहीं है और नतीजा ये है कि राज्यसभा और लोकसभा, दोनों ही सदनों की कार्यवाही नहीं चल पा रही है.

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नहीं चल सका प्रश्नकाल

संसद के चालू मॉनसून सत्र के तीसरे हफ्ते के तीसरे दिन भी दोनों सदनों में गतिरोध जारी रहा. 6 अगस्त को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु हमले की त्रासदी के पीड़ितों की स्मृति में मौन रखा गया, मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद प्रश्नकाल नहीं चल सका और कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी थी.

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