उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से पांच लोगों की मौत हो गई. जबकि पहले से ही बाढ़ प्रभावित पंजाब में सोमवार को फिर से मूसलाधार बारिश हुई. जिसके कारण राज्य के सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए. इस बात की जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को दी.
शिमला में 3 लोगों की मौत
शिमला में शनिवार को भूस्खलन की दो अलग-अलग घटनाओं में एक 35 वर्षीय व्यक्ति और उसकी बेटी सहित तीन लोगों की मौत हो गई. दबकर मौत हो गई. वहीं, उत्तराखंड के केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोमवार को हुए भूस्खलन में दो लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए. यह दुर्घटना सुबह 7.34 बजे सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच मुनकटिया के पास हुई.
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रुद्रप्रयाग ज़िला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि मुनकटिया में पहाड़ी से पत्थर और शिलाएं गिरकर सड़क से गुज़र रहे एक वाहन से टकरा गईं. जिससे दो यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए.
इसके अलावा पंजाब, हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के कई हिस्सों में भी सोमवार को बारिश हुई. जिसमें लुधियाना में सबसे ज़्यादा 216.70 मिमी बारिश दर्ज की गई. लगातार बारिश के कारण पंजाब के कई ज़िले बाढ़ग्रस्त हैं.
पंजाब में शैक्षणिक संस्थान 3 सितंबर तक बंद
पंजाब सरकार ने सोमवार को लगातार बारिश के कारण सभी कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और पॉलिटेक्निक संस्थानों को 3 सितंबर तक बंद रखने की घोषणा की. अधिकारियों के अनुसार पंजाब में अगस्त में 253.7 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 74 प्रतिशत अधिक है और राज्य में 25 वर्षों में सबसे ज़्यादा है.
पंजाब में सबसे ज्यादा प्रभावित हैं, ये जिले
पंजाब में बाढ़ से सबसे ज़्यादा प्रभावित पठानकोट, गुरदासपुर, फाज़िल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर ज़िले हैं. हिमाचल प्रदेश में शिमला-कालका रेलमार्ग पर भूस्खलन के बाद छह ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और राज्य में 793 सड़कें बंद हैं.
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