दिल्ली के लाल किले पर तीन दिवसीय विक्रमोत्सव का करेंगे शुभारंभ उपराष्ट्रपति, 'महानाट्य सम्राट विक्रमादित्य' का होगा मंचन

New Delhi: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज शाम 7 बजे "विक्रमोत्सव-2025" सांस्कृतिक उत्सव का शुभारंभ करेंगे. इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, दिल्ली की मुख्यमंत्री  रेखा गुप्ता और केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी मौजूद रहेंगे.  

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दिल्ली की CM रेखा गुप्ता ने उतारी 'सम्राट विक्रमादित्य की आरती' दिल्ली की CM रेखा गुप्ता ने उतारी 'सम्राट विक्रमादित्य की आरती'

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 12 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 12:46 PM IST

महान सम्राट विक्रमादित्य, विक्रम संवत् और उनके देश के गौरवशाली इतिहास में योगदान से जनता को अवगत कराने के लिए एक भव्य महानाट्य का मंचन 12 से 14 अप्रैल तक नई दिल्ली के लाल किले में माधवदास पार्क में आयोजित होगा. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज शाम 7 बजे "विक्रमोत्सव-2025" सांस्कृतिक उत्सव का शुभारंभ करेंगे. इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, दिल्ली की मुख्यमंत्री  रेखा गुप्ता और केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी मौजूद रहेंगे.  

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इस तीन दिवसीय उत्सव में महानाट्य 'सम्राट विक्रमादित्य' के साथ-साथ लाल किले पर तमाम प्रदर्शनियां भी आयोजित की जाएंगी, जो विक्रमादित्य और अयोध्या, विक्रमादित्य कालीन पुरातात्विक मुद्रा-मुद्रांक, वृहत्तर भारत के सांस्कृतिक वैभव, मध्य प्रदेश में पर्यटन की संभावनाओं, प्रदेश में निवेश और रोजगार सृजन के अवसरों पर केंद्रित होंगी. 

इसके अलावा, दिल्ली के निवासी फूड कोर्ट में मध्य प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद भी ले सकेंगे. यह आयोजन भारतीय इतिहास और संस्कृति के महान नायक सम्राट विक्रमादित्य के योगदान को जीवंत करेगा.  

मुख्यमंत्री मोहन यादव के मार्गदर्शन में संस्था 'विशाला सांस्कृतिक एवं लोकहित समिति' ने इस महानाट्य की परिकल्पना को साकार किया है. महानाट्य में सम्राट विक्रमादित्य के जन्म से लेकर उनके सम्राट बनने तक की समस्त गाथाओं को दर्शाया गया है. सम्राट के विराट स्वरूप को प्रस्तुत करने के लिए 125 कलाकारों और 50 सहयोगियों का एक विशाल दल इस प्रस्तुति को जीवंत करेगा. नाटक के दृश्यों को सजीव बनाने के लिए अश्व, रथ, पालकी और ऊंटों का उपयोग किया गया है. मंचीय प्रस्तुति को प्रभावशाली बनाने के लिए तीन मंचों और एलईडी ग्राफिक्स के विशेष प्रभावों (स्पेशल इफेक्ट्स) का प्रयोग किया गया है.  

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मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत, धरोहरों, कला-कौशल और पर्यटन को वैश्विक पटल पर प्रमुखता से प्रदर्शित करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण मंच है. इसी क्रम में, महान नायक सम्राट विक्रमादित्य के स्वर्णिम काल से जनमानस को अवगत कराने के लिए 'विक्रमोत्सव-2025' का आयोजन किया जा रहा है. यह आयोजन न केवल सम्राट विक्रमादित्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता को जनता तक पहुंचाएगा, बल्कि मध्य प्रदेश की समृद्ध परंपराओं और पर्यटन संभावनाओं को भी राष्ट्रीय मंच प्रदान करेगा.  

विक्रमोत्सव-2025 में मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों के फूड स्टॉल्स लगाए जाएंगे, जिनका दिल्लीवासी आनंद ले सकेंगे. मध्य प्रदेश में पर्यटन विभाग की प्रमुख पहलों, नवाचारों और पर्यटन सर्किट की जानकारी भी दी जाएगी. तकनीक की सहायता से नागरिकों को ऐतिहासिक कथाओं को जानने का अवसर मिलेगा. इसके लिए AR/VR अनुभव हेतु एक विशेष पैविलियन बनाया जाएगा. साथ ही, बाबा महाकाल का होलोग्राफिक प्रदर्शन भी किया जाएगा. मध्य प्रदेश की हस्तकला और कौशल को मंच प्रदान करने के लिए हस्तशिल्पकार गोंड कला, बाग प्रिंट, टेराकोटा शिल्प, खजूर पत्ती शिल्प, पारंपरिक शिल्प, पेपर मैशे कला और चित्रकला सहित अन्य उत्पादों को प्रदर्शित करेंगे.  

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