जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान के खिलाफ हर मोर्चे पर एक्शन की तैयारी कर रहा है. सोमवार को भारत ने मल्टी इंफ्लुएंस ग्राउंड माइन का सफल परीक्षण किया है. डीआरडीओ और नौसेना ने मिलकर बनाया है. यह माइन समुद्र के भीतर दुश्मन की पनडुब्बियों और युद्धपोतों को तबाह करने की क्षमता रखता है. यह समुद्री सुरंगों की तरह काम करती है, जो दुश्मन के जहाजों या पनडुब्बियों के समुद्री सीमा में प्रवेश करने पर उन्हें नष्ट कर सकती हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, इससे नौसेना की ताकत में बढ़ोतरी होगी.
अंडरवाटर थ्रेट्स से निपटने की नई क्षमता
पिछले पांच सालों में भारत ने अपनी आत्मनिर्भरता के साथ अपनी सेनाओं को बहुत मजबूत किया है. यह परीक्षण भी एक लगातार चलता हुआ प्रयास है, ये जो एक माइन है, ये अंडरवाटर थ्रेट्स के लिए इसे टेस्ट किया गया है. यानी पानी के नीचे अगर कोई माइन का की तरह की एक डिवाइस है तो तो वो ये डिवाइस है जो कि अंडरवाटर थ्रेट्स के लिए बहुत ज्यादा उपयुक्त होगी और भारतीय नौसेना को ये और ताकत देगी.
डीआरडीओ और नौसेना की संयुक्त पहल
डीआरडीओ और भारतीय नौसेना मिलकर अब अपनी ताकत को अपनी क्षमता को और बढ़ा रहे हैं और इससे भारत को वाकई में समुद्र में भी दुश्मनों के खिलाफ रणनीतिक बढ़त मिल सकेगा.
जल्द नौसेना में होगी शामिल
डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने कहा है कि इस सफल परीक्षण के साथ यह प्रणाली अब नौसेना में शामिल होने के लिए तैयार है.
मंजीत नेगी