भारत और पाकिस्तान के बीच कई दिनों के संघर्ष के बाद फिलहाल सीजफायर की स्थिति बनी हुई है. इससे पहले भारत ने आतंक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान में बड़े पैमाने पर आतंक के गढ़ तबाह किए. भारतीय सेना ने बताया कि पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों में 100 आतंकी मारे गए. सात से 10 मई के बीच एलओसी पर पाकिस्तानी सेना के 40 जवानों को ढेर किया गया. ऐसे में कई तस्वीरें और वीडियो सामने आए, जिसमें आसिम मुनीर की सेना की पोल खुल गई.
भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत ढेर किए गए आतंकी के जनाजे में शामिल पाकिस्तानी अधिकारियों के नाम जारी किए. बकायदा प्रेस ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक तस्वीर भी दिखाई.
विक्रम मिसरी ने एक तस्वीर दिखाते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान दावा करता है कि मारे गए केवल निर्दोष नागरिक थे तो फिर ये तस्वीर क्या बताती है? इस तस्वीर में आतंकी के जनाजे में पाकिस्तानी सेना और सरकार के कुछ अधिकारी देखे जा सकते हैं.
इस तस्वीर में लाहौर की IV कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल फयाज हुसैन शाह, लाहौर की 11वीं इन्फेंट्री डिविजन के मेजर जनरल राव इमरान सरताज, ब्रिगेडियर मोहम्मद फुरकान शब्बीर, पंजाब प्रांत के इंस्पेक्टर जनरल डॉ. उस्मान अनवर और पंजाब सांसद मल शोएब अहमद को देखा जा सकता है.
भारत ने सात मई को पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के नौ ठिकानों को निशाना बनाया था, जिसमें मुरिदके, कोटली, महमून जोया, सवाई नाला, सरजाल, भिंबर, कोटली गुलपुर और बहावलपुर शामिल थे. इनमें से चार पाकिस्तान में जबकि पांच पीओके में थे. मुरिदके में लश्कर का हेडक्वार्टर और बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का ठिकाना था.
पाकिस्तान की पोल खोलते हुए भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि पाकिस्तान सेना फेक न्यूज का बाजार गर्म कर रही है. पाकिस्तान दावा कर रहा है कि उसने हमारे सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाया है लेकिन सच ये है कि भारत का एक भी ठिकाना प्रभावित नहीं हुआ है. उल्टा, हमने उनके चार एयरबेस को तबाह कर दिया है.
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर आतंक के किले ढहा दिए थे. भारत की एयरस्ट्राइक में आतंक की ट्रेनिंग और भर्ती के इन ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया गया था, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी गढ़ भी था. सैटेलाइट तस्वीरों से इस तबाही को साफ देखा जा सकता है.
सैटेलाइट तस्वीरों में देखा गया कि भारत की सैन्य कार्रवाई में बेहद सटीक निशाना बनाकर इन आतंकी अड्डों को नष्ट किया गया. इन तस्वीरों में देखा गया कि पाकिस्तान के बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्य आतंकी प्रशिक्षण केंद्र सुभान अल्लाह (Subhan Allah) को किस कदर नष्ट किया गया. इस मरकज के परिसर में बनी मस्जिद के तीन गुंबद हमले में नष्ट हो गए जबकि बाकी बाकी दो बचे रह गए.
विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर और जवाबी कार्रवाइयों में पाकिस्तान के नूर खान एयर बेस (रावलपिंडी), मुरीद (चकवाल), रफीकी (शोरकोट) को निशाना बनाया. भारत ने स्पष्ट किया कि उसकी कार्रवाइयां आतंकी ठिकानों और सैन्य सुविधाओं तक सीमित थीं. पाकिस्तान के नागरिक क्षेत्रों या धार्मिक स्थलों पर हमले के दावे झूठे हैं.
भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर सहमति की घोषणा के बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया दोपहर में 3 बजकर 35 मिनट पर पाकिस्तान के DGMO ने भारत के DGMO को कॉल किया और दोनों के बीच में ये सहमति बनी कि दोनों तरफ से मिलिट्री एक्शन पूरी तरह रुक जाएगा.
इसके कुछ देर बाद रक्षा मंत्रालय (MoD) की विशेष ब्रीफिंग भी हुई. विंग कमांडर व्योमिका सिंह, कर्नल कुरैशी और कमांडर नायर ने एक-एक कर पाकिस्तान के झूठे दावों की पोल खोली और भारत की सैन्य स्थिति को पूरी मजबूती के साथ दुनिया के सामने रखा.
इस दौरान विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पाकिस्तान की ओर से फैलाए गए उन दावों को झूठा बताया जिसमें कहा गया था कि भारत के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम और ब्रह्मोस मिसाइल बेस को निशाना बनाया गया. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से गलत है. हमारे सभी ठिकाने सुरक्षित हैं.
11 अप्रैल को DGMO की प्रेस ब्रीफिंग में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान और पीओके में जिन 9 आतंकी ठिकानों पर हमले किए थे, वहां 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं. भारत की इस सैन्य कार्रवाई और इसमें पाकिस्तान में आतंक के गढ़ की कमर तोड़ने के सबूत दिए गए.
इस दौरान एयर मार्शल एके भारती ने पाकिस्तान में मुरिदके टेरर कैंप पर भारत के अटैक की तस्वीरें दिखाईं. इन तस्वीरों में भारत के मिसाइल हमलों का प्रभाव देखा जा सकता है. भारत के इस हमले में मुरिदके में हुई तबाही को देखा जा सकता है. मुरिदके दरअसल लश्कर-ए-तैयबा का गढ़ है. यह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में लाहौर से लगभग 33 किलोमीटर दूर ग्रैंड ट्रंक रोड पर है. मुरिदके में लश्कर-ए-तैयबा के हेडक्वार्टर को मरकज-ए-तैयबा कहा जाता है.
ठीक इसी तरह पाकिस्तान के बहावलपुर आतंकी कैंप पर भारत के हमले की तस्वीरें दिखाई गईं. इनमें बहावलपुर पर मिसाइल अटैक के बाद मची तबाही देखी जा सकती है. बहावलपुर दरअसल जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ है.
भारत ने सैन्य कार्रवाई के तहत पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस पर सटीक मिसाइल हमला किया. नूर खान एयरबेस को पहले चकला एयरबेस के नाम से जाना जाता था. यह राजधानी इस्लामाबाद से 10 किलोमीटर की दूरी पर रावलपिंडी में है. यह पाक वायुसेना का प्रमुख लॉजिस्टिक हब है, जो लंबी दूरी की मिसाइलों का संचालन केंद्र है.
भारतीय सशस्त्र बलों ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत की ओर तबाह किए गए पाकिस्तानी एयर डिफेंस रडार की पहले और बाद की तस्वीरें शेयर की हैं. सैटेलाइट तस्वीरों में पसरूर, चुनियन और आरिफवाला में एयर डिफेंस रडार को हुआ भारी नुकसान दिखाई दे रहा है.
भारतीय वायु सेना (IAF) ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 10 मई को कम से कम आठ पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसके बाद सैटेलाइट तस्वीरों से इंफ्रास्ट्रक्चर और ग्राउंड पर काफी नुकसान होने की पुष्टि हुई है. इनमें रफ़ीकी, मुरीदके, चकलाला, रहीम यार खान, सकर, चुनियन, पसरूर और सियालकोट में रडार सेंटर, कमांड और कंट्रोल सेंटर और गोला-बारूद डिपो शामिल थे.
जैकोबाबाद के शाहबाज एयरबेस पर एक और सटीक हमला मेन एप्रन पर हैंगर पर हुआ. कावा स्पेस की तस्वीरों से यह भी पता चलता है कि घटनास्थल पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) बिल्डिंग को भी नुकसान पहुंचा है. सरगोधा एयरबेस पर भी दो जगहों पर हमला हुआ और ताजा तस्वीरों में रनवे के मिडिल और उसके चौराहे पर मलबा दिखाई दे रहा है.
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