अमेरिका के साथ टैरिफ को लेकर तनातनी के बीच एस जयशंकर से मुलाकात में जर्मनी के विदेश मंत्री ने कहा कि जब आप स्ट्रैटेजिक ऑटोनॉमी के बारे में सोचते हैं… मैंने कुछ स्टूडेंट्स के साथ हॉकी खेली. मैं इसमें बहुत अच्छा नहीं था, लेकिन इतना जरूर कहना चाहूंगा कि भारत और जर्मनी एक ही टीम में खेल रहे हैं. जर्मनी के विदेश मंत्री दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं. आज उन्होंने दिल्ली में विदेश मंत्री जयशंकर से मुलाकात की.
जर्मन विदेश मंत्री योहान वेडफुल ने कहा, "हमारा लक्ष्य है कि भारत-जर्मनी बाइलैटरल ट्रेड को दोगुना किया जाए. अगर अन्य देश व्यापार में बाधा डालते हैं तो हमें उन बाधाओं को कम करके जवाब देना चाहिए. मार्केट एक्सेस बैरियर्स कम हो रहे हैं, जो उत्साहजनक हैं.
जर्मन विदेश मंत्री ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और रूल बेस्ड ऑर्डर के लिए खास महत्व रखता है. उन्होंने कहा कि भारत AI के क्षेत्र में प्रभावशाली प्रगति कर रहा है और जर्मनी इसके साथ साझेदारी को गहरा करना चाहता है.
वीजा के क्षेत्र में हम चैंपियंस लीग खेल रहे हैं- जर्मन मंत्री
जर्मन मंत्री ने आगे कहा कि जर्मनी भारतीय स्टूडेंट्स और स्किल्ड लेबर के लिए अवसर बढ़ाना चाहता है. इस समय जर्मनी में 65,000 भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "हम उच्च कौशल वाले भारतीय लेबर चाहते हैं. वीजा के क्षेत्र में हम चैंपियंस लीग खेल रहे हैं."
भारत-जर्मनी में कई अहम मुद्दों पर बनी सहमति
विदेश मंत्री एस जयशंकर और जर्मन विदेश मंत्री योहान वेडफुल के बीच भारत-जर्मनी रिश्तों को लेकर अहम चर्चा हुई. इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने व्यापार, टेक्नोलॉजी, शिक्षा, स्किलिंग, सेमीकंडक्टर, डिफेंस और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई.
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जयशंकर ने कहा कि भारत-जर्मनी के बीच संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि दोनों देशों ने वैज्ञानिक वीजा व्यवस्था के 50 साल पूरे किए हैं और अब स्कूल और कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए ग्रेटिस वीजा देने पर सहमति बनी है. साथ ही बेबी अरेहा के मुद्दे को भी जर्मन मंत्री के सामने उठाया गया.
डिफेंस और सिक्योरिटी कोऑपरेशन में तेजी आई- जयशंकर
विदेश मंत्री ने कहा, "जर्मनी ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमेशा समझदारी दिखाई है. जर्मन विदेश मंत्री खुद भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को लेकर स्पष्ट रहे हैं. जून में ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत से गए संसदीय प्रतिनिधिमंडल को भी जर्मनी में गर्मजोशी से स्वागत मिला. हमारी डिफेंस और सिक्योरिटी कोऑपरेशन में तेजी आई है. जर्मनी ने तरंग शक्ति एयर एक्सरसाइज में हिस्सा लिया और उसके जहाज गोवा में पोर्ट कॉल कर चुके हैं. हमने तय किया है कि ऐसे कार्यक्रम आगे भी जारी रहेंगे और इन्हें और बढ़ाया जाएगा."
प्रणय उपाध्याय