PM मोदी ने ब्राजील और दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति संग की त्रि-पक्षीय बैठक, G20 के इन नेताओं से द्विपक्षीय वार्ता

दक्षिण अफ्रीका में जारी G20 शिखर सम्मेलन के दौरान PM नरेंद्र मोदी ने वैश्विक विकास मॉडल में बड़े बदलाव की मांग की और पारंपरिक ज्ञान, कौशल विकास और ड्रग-टेरर नेटवर्क के खिलाफ तीन प्रमुख प्रस्ताव रखे. उन्होंने कई द्विपक्षीय बैठकों में भी भाग लिया. कनाडा और जर्मनी के नेताओं ने भी यूक्रेन और गाजा संकट पर चर्चा की.

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PM मोदी ने G20 के साइडलाइन में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के साथ भी बैठक की. (Photo- X/MEA) PM मोदी ने G20 के साइडलाइन में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के साथ भी बैठक की. (Photo- X/MEA)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:17 PM IST

दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हो रहे G20 शिखर सम्मेलन का दूसरा दिन भारत के लिए काफी अहम रहा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां कई देशों के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की और वैश्विक मुद्दों पर भारत की स्पष्ट और मजबूत राय रखी. PM मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा से द्विपक्षीय बैठक की, जिसमें द्विपक्षीय संबंधों, व्यापार संभावनाओं और अफ्रीकी देशों के साथ भारत की साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा हुई.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोहान्सबर्ग में G20 समिट के दौरान इंडिया-ब्राजील-साउथ अफ्रीका (IBSA) लीडर्स मीटिंग में भी हिस्सा लिया, जहां वे ब्राजील के प्रेसिडेंट लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा और साउथ अफ़्रीका के प्रेसिडेंट सिरिल रामफोसा के साथ शामिल हुए. नेताओं ने त्रि-पक्षीय सहयोग को मजबूत करने और ग्लोबल गवर्नेंस, डेवलपमेंट और साउथ-साउथ सहयोग पर साझा प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने पर चर्चा की.

समीट के पहले सत्र को संबोधित करते हुए PM मोदी ने विश्व से अपील की कि अब समय आ गया है कि वैश्विक विकास मॉडल में बड़ा बदलाव लाया जाए. उन्होंने कहा कि विकास केवल आर्थिक वृद्धि से नहीं, बल्कि मानव कल्याण, पर्यावरण सुरक्षा और सांस्कृतिक समझ पर आधारित होना चाहिए.

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पीएम मोदी ने G20 के सामने रखे कई प्रस्ताव

प्रधानमंत्री ने इंटीग्रल ह्यूमनिज़्म को ऐसा मॉडल बताया, जो संतुलित और समावेशी विकास का रास्ता दिखाता है. इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए PM मोदी ने तीन बड़े वैश्विक प्रस्ताव रखे.

पीएम मोदी ने कहा, "ग्लोबल ट्रेडिशनल नॉलेज रिपॉजिटरी दुनिया भर के पर्यावरण-अनुकूल और सांस्कृतिक रूप से जुड़ी पारंपरिक प्रथाओं को एक जगह संरक्षित करने की पहल. यह भारत की IKS (Indian Knowledge Systems) पहल पर आधारित होगा."

PM मोदी ने कहा कि अफ्रीका में पहली बार G20 समिट होना एक ऐतिहासिक अवसर है और इससे दुनिया को विकास की नई परिभाषा तय करने का मौका मिलेगा.

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G20 नेताओं ने गाजा-यूक्रेन पर भी की चर्चा

कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी और जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिख मर्ज ने यूक्रेन युद्ध और गाज़ा संकट पर चर्चा की. दोनों देशों ने कहा कि वैश्विक शांति और मानवीय सहायता को लेकर त्वरित कदमों की जरूरत है.

PM मोदी ने अपनी मुलाकातों का एक वीडियो भी साझा किया. समिट के दौरान भारत की सक्रिय भूमिका स्पष्ट रूप से दिखी और वैश्विक एजेंडा तय करने में उसकी भागीदारी और मजबूत हो गई है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां G20 समिट के दौरान ब्रिटिश काउंटरपार्ट किएर स्टार्मर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, साउथ कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्यांग, ब्राजील के प्रेसिडेंट लूला डा सिल्वा और दुनिया के कई दूसरे नेताओं से मुलाकात की और दोनों देशों के हितों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की.

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