महायुति ने खोज ली है महाविकास अघाड़ी की काट? अजित-शिंदे-बीजेपी कैसे चल रहे हैं चाल

महाराष्ट्र के नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव में बीजेपी नेतृत्व वाले महायुति ने 288 में से 212 सीटें जीतकर बड़ी बढ़त हासिल की. अलग-अलग लड़ने के बावजूद गठबंधन मजबूत रहा, जबकि महाविकास अघाड़ी को करारी हार का सामना करना पड़ा.

Advertisement
महायुति ने 212 सीटों पर फतह हासिल की है. (Photo: ITG) महायुति ने 212 सीटों पर फतह हासिल की है. (Photo: ITG)

कुबूल अहमद

  • नई दिल्ली,
  • 22 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:27 PM IST

महाराष्ट्र की सियासत में फिर एक बार बीजेपी की अगुवाई वाले महायुति ने सियासी बाजी अपने नाम कर ली है. नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव में महायुति ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 288 में से 212 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं, विपक्षी महाविकास आघाडी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. महाविकास अघाड़ी के तीनों प्रमुख दलों को 44 सीटों से संतोष करना पड़ा है. 

Advertisement

महायुति के तीनों दल बीजेपी, एनसीपी और शिवसेना कहीं साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे थे, तो कहीं पर एक दूसरे से दो-दो हाथ कर रहे थे. इसके बावजूद उनका पलड़ा भारी रहा.  

बीजेपी ने नगर अध्यक्ष और नगरसेवक दोनों में अपनी बढ़त बनाए रखते हुए राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की है. इसके अलावा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी को भी सियासी लाभ मिला है. महायुति के तीनों दलों ने निकाय चुनाव में अलग-अलग लड़कर एकतरफा जीत दर्ज की है, उसके आगे महाविकास अघाड़ी की एकता भी काम नहीं आई. 

महायुति ने किया विपक्ष का किया सफाया

महाराष्ट्र में नगर परिषद और नगर पंचायत के लिए दो चरणों में चुनाव हुए थे.  264 निकायों में 2 दिसंबर को वोटिंग हुई थी और बाकी 24 परिषद सीटों पर शनिवार को चुनाव हुए थे. 246 नगर परिषद, 42 नगर पंचायत में अध्यक्ष और नगर सेवक के लिए चुनाव हुए हैं. इस तरह कुल 288 शहरी निकाय क्षेत्रों में चुनाव हुए हैं. 

Advertisement

नगर परिषद की 246 सीटों में से बीजेपी 100,  शिंदे की शिवसेना 45, अजित पवार की एनसीपी ने 33 सीटें जीती हैं. वहीं,  कांग्रेस 26, उद्धव की शिवसेना (यूबीटी) 7 और शरद पवार की एनसीपी (एनसीपी) ने 8 सीटें जीती.  अन्य ने 23 नगर परिषद क्षेत्रों में जीत दर्ज की है जबकि राज ठाकरे की मनसे अपना खाता भी नहीं खोल सकी. 

यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र: जीत का जश्न और जुलूस, तभी लग गई आग... NCP के 2 पार्षद समेत कई झुलसे

नगर पंचायत की 42 सीटों में से बीजेपी 23, शिंदे की शिवसेना 8, अजित पवार की एनसीपी ने 3 सीटें जीती हैं. वहीं, कांग्रेस ने 3 और उद्धव की शिवसेना (यूबीटी) ने 4 नगर पंचायत क्षेत्रों में जीत दर्ज की है. अन्य ने तीन सीटों पर जीत हासिल की है. शरद पवार और राज ठाकरे की पार्टी का खाता नहीं खुला. 

महायुति ने 178 नगर परिषद और 34 नगर पंचायत अपना अध्यक्ष बनाने में सफल रही. इस तरह 288 सीटों में से 212 सीटें महायुति के तीन दलों ने जीती है. महाविकास अघाडी ने 48 सीटें ही जीत सकी.  इसमें सबसे ज्यादा 29 सीटें कांग्रेस के खाते में आईं हैं, जबकि 11 सीटें उद्धव ठाकरे और 8 सीटें शरद पवार गुट को मिली हैं.

Advertisement

यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र नगर निकाय चुनाव में महायुति ने किया क्लीन स्वीप, 207 सीटों पर कब्जा, BJP सबसे बड़ी पार्टी

दोस्ती के बजाय दुश्मनी का दांव आजमाया

साल 2024 लोकसभा चुनाव और उसके बाद हुए 2024 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी मिलकर लड़े थे. 2024 लोकसभा चुनाव में बहुत सफलता नहीं मिली, लेकिन विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन रहा और पूर्ण बहुमत से सरकार बनी. निकाय चुनाव में दोस्ती सियासी दुश्मनी में बदल गई. 

महाराष्ट्र में स्थानीय शहरी निकायों के चुनाव का ऐलान होते ही महायुति के तीनों दलों के बीच मनमुटाव हो गया है, क्योंकि कोई भी दल अपनी सियासी जमीन नहीं छोड़ना चाहता है. महायुति के तीनों दलों के कार्यकर्ता इन छोटे चुनावों में अपना भाग्य आजमा रहे हैं, जिसका दबाव भी उन पर है. बीजेपी के कुछ नेताओं को शिंदे ने अपने साथ मिलाया तो कुछ शिवसेना नेताओं को फडणवीस ने बीजेपी के टिकट पर उतार दिया. 

यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र निकाय चुनाव: महायुति की आंधी में साफ हुआ MVA, जीत के बाद बोले PM- विकास के साथ मजबूती से खड़े हैं लोग

फडणवीस और एकनाथ शिंदे एक-दूसरे की घेराबंदी करने में कोई भी कसर नहीं छोड़ रहे हैं. इतना ही नहीं, एक-दूसरे के खिलाफ खुलकर हमले भी कर रहे है. ऐसे में विपक्षी महाविकास अघाड़ी के घटकदलों ने कहीं पर शिंदे की शिवसेना का समर्थन किया कहीं पर अजित पवार की एनसीपी का. महायुति के इस दांव ने महाविकास अघाड़ी का गेम ही खराब कर दिया. इस तरह दोस्ती के बजाय महायुति ने दुश्मनी का दांव आजमाया, जिसे महाविकास अघाड़ी पूरी तरह से उलझ गया. 

Advertisement

महाराष्ट्र में बनी ट्रिपल इंजन सरकार

देश और राज्य में सरकार बनाने के बाद महायुति ने नगर परिषद और नगर पंचायत में भी अपना सियासी दबदबा बना लिया है. इस तरह से महायुति की अब ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने में सफल रही. महायुति में भाजपा ने सबसे अधिक 117 महापौर और 3,300 पार्षदों की सीटें जीतीं. यह कुल पार्षदों की संख्या का 48 प्रतिशत है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन बताया है. 

2017 में भाजपा पार्षदों की संख्या सबसे अधिक थी, तब 1602 पार्षद थे और अब 3325 पार्षद निर्वाचित हुए हैं.  इस तरह से बीजेपी द्वारा चुने गए पार्षदों की संख्या इस बार चुनी गई सीटों की संख्या से दोगुनी है. पश्चिमी महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कोंकण और उत्तरी महाराष्ट्र में महायुति पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया. विदर्भ में महायुति ने 100 में से 73 सीटें जीतीं. कांग्रेस को सिर्फ चंद्रपुर में ही बड़ी सफलता मिली.

यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र नगर परिषद चुनाव में BJP बनी सबसे बड़ी पार्टी... महायुति को बढ़त, MVA 45 से भी नीचे

अजित पवार की एनसीपी ने पुणे में अपना दबदबा कायम रखा. बारामती में अजित पवार की एनसीपी को जबरदस्त जीत मिली. यह उनके चाचा शरद पवार के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. पुणे में लगभग 10 महापौर अजित पवार की पार्टी से चुने गए हैं.  नगर परिषद चुनावों में मिली यह जीत मुंबई, पुणे, ठाणे और नागपुर में होने वाले महत्वपूर्ण नगर निगम चुनावों से पहले गठबंधन को मजबूती प्रदान करेगी. स्थानीय निकाय चुनावों को मिनी-विधानसभा चुनावों के रूप में देखा जा रहा है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement