हिमाचल प्रदेश: मंडी में कुदरत का कहर, चार की मौत, बादल फटने से आई 2023 की त्रासदी की याद

मंडी में बीते 30 घंटे में भारी तबाही हुई है. करसोग, थुनाग और सुंदरनगर के पास के इलाकों में भी नुकसान हुआ है. 200 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जबकि चार लोगों की जान चली गई है. अभी भी 16 लोग लापता हैं, जिनमें से नौ पानी के साथ बह गए. ब्यास नदी पूरे उफान पर है और इसके आसपास के घरों में भारी नुकसान हुआ है. पानी का स्तर कुछ कम हुआ है, लेकिन बादल फटने और बारिश की चेतावनी अभी भी जारी है.

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हिमाचल में आफत बनी बारिश (फोटो क्रेडिट - पीटीआई) हिमाचल में आफत बनी बारिश (फोटो क्रेडिट - पीटीआई)

सनी धर्मवीर / अमन भारद्वाज

  • मंडी,
  • 01 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 8:07 PM IST

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में पिछले 30 घंटों में आफत की तरह बरसी बारिश ने 2023 की आपदा की याद दिला दी है. बीती रात से लगातार जारी बारिश से जिले के विभिन्न उपमंडलों में बादल फटने, फ्लैश फ्लड और भूस्खलन की घटनाओं के कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.

अब तक चार की मौत, 16 लोग लापता

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इन घटनाओं में चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 16 लोग अभी भी लापता हैं. जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों द्वारा अब तक 170 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. लापता लोगों की तलाश लगातार जारी है. डीसी मंडी अपूर्व देवगन स्वयं घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं.

करसोग में सबसे ज्यादा नुकसान, 1 की मौत, 4 लापता

एडीसी मंडी गुरसिमर सिंह ने बताया कि करसोग में बादल फटने से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. यहां एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि चार लोग अभी भी लापता हैं. राहत कार्य के तहत करसोग क्षेत्र में 19 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

सराज उपमंडल के थुनाग क्षेत्र में भी तबाही

सराज उपमंडल के थुनाग क्षेत्र में भी भारी बारिश से भारी नुकसान हुआ है. यहां भूस्खलन के कारण कई सड़कों और घरों को नुकसान पहुंचा है. साथ ही पशुओं के हताहत होने की भी सूचना मिली है. इस क्षेत्र में संचार व्यवस्था ठप हो गई है.

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गोहर में फ्लैश फ्लड, 2 की मौत

गोहर उपमंडल के स्यांज क्षेत्र में फ्लैश फ्लड में 9 लोग बह गए, जबकि बाड़ा और बासा गांव में 4 लोगों को रेस्क्यू किया गया. इनमें से दो की मौत हो गई है.

मंडी में भारी बारिश से हालात बिगड़े (फोटो क्रेडिट- पीटीआई)

यह भी पढ़ें: Himachal Pradesh: मंडी में बादल फटने से भारी तबाही, बह गए घर-सड़कें-पुलिया, 4 लोगों की मौत, 16 लापता

जोगिंद्रनगर और धर्मपुर में भी जानमाल का नुकसान

जोगिंद्रनगर में भी एक व्यक्ति की मौत हो गई है. धर्मपुर क्षेत्र में भी भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं. यहां फ्लैश फ्लड के बाद हुए लैंडस्लाइड की चपेट में 7 मकान और कई गौशालाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं. लैंडस्लाइड के कारण कई मवेशियों के हताहत होने की भी सूचना है. यहां प्रशासन ने करीब 50 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रेस्क्यू किया.

राहत कार्य में जुटीं एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमें

करसोग में एनडीआरएफ की टीमें और गोहर में एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. वहीं, सराज के थुनाग क्षेत्र में भी एसडीआरएफ की टीम मौके पर तैनात है और राहत एवं बचाव का कार्य जारी है.

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