दिल्ली में मॉनसून की विदाई से पहले कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है. आईएमडी के वैज्ञानिक डॉ. नरेश के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी से हवाएं दिल्ली-एनसीआर की तरफ आ रही हैं, इससे आज शाम को हल्की बारिश हो सकती है. वहीं 26 और 27 सितंबर को भी दिल्ली में हल्की बारिश हो सकती है. इसके बाद बारिश की गतिविधियां बंद हो जाएंगी और मौसम सुहाना हो जाएगा. इसके अलावा बंगाल की खाड़ी से आने वाली इन हवाओं के कारण आने वाले 1 या 2 दिनों में हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और उत्तराखंड में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है.
दिल्ली में बरसेंगे बादल
पिछले कई दिनों से दिल्ली-एनसीआर में उमस भरी गर्मी बनी हुई है. हालांकि, आज से दिल्ली का मौसम बदलने की उम्मीद है. मौसम विभाग के मुताबिक, आज शाम दिल्ली में हल्की बरसात देखने को मिल सकती है. बारिश का यह दौर 28 सितंबर तक जारी रहने की संभावना है. इस दौरान दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. उसके बाद दिल्ली से मॉनसून की विदाई संभव है. IMD के मुताबिक, इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 34 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है और न्यूनतम तापमान 23 से 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
दिल्ली में सामान्य से ज्यादा गर्म रहा ये सप्ताह
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 6 दिनों से लगातार शुष्क मौसम की स्थिति बनी हुई है. पिछले दो दिन वाकई बहुत ज़्यादा गर्मी वाले रहे हैं और पारा सामान्य सीमा से लगभग 3-4 डिग्री सेल्सियस ज़्यादा रहा है. सफ़दरजंग के बेस स्टेशन ने कल 37.4 डिग्री सेल्सियस का नया उच्चतम तापमान दर्ज किया, जो परसों के पहले के अधिकतम 37 डिग्री सेल्सियस से ज़्यादा है. तापमान में वृद्धि हो रही है और पिछले चार दिनों में यह 35 डिग्री सेल्सियस से ज़्यादा हो गया है, साथ ही आर्द्रता का स्तर भी ऊपरी स्तर पर बना हुआ है. आज भी तापमान में इसी तरह की प्रवृत्ति रहने की उम्मीद है और उसके बाद इसमें गिरावट आएगी. वहीं अगले चार दिनों में बारिश और बौछारें पड़ने की संभावना है, जो एक या दो दिन को छोड़कर ज़्यादातर हल्की और छिटपुट होगी.
मॉनसून की द्रोणिका दिल्ली के दक्षिण में है, जो 3,000 फीट के घर्षण स्तर पर और उससे ऊपर है. उत्तरी पाकिस्तान और पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों पर पश्चिमी द्रोणिका और चक्रवाती परिसंचरण द्रोणिका को उत्तर की ओर खींच रहा है. यह दिल्ली से हरियाणा और आगे पंजाब की तलहटी तक उत्तर-दक्षिण उभार और मोड़ बना रहा है. द्रोणिका की निकटता और पश्चिमी प्रणाली के गुजरने से 25 से 28 सितंबर के बीच यह बारिश की अवधि शुरू हो जाएगी, हालांकि यह बहुत मजबूत नहीं होगी.
दिल्ली में 26 से 28 सितंबर के बीच पारा चढ़ना बंद हो जाएगा और 30 डिग्री के निचले स्तर पर आ जाएगा. छिटपुट बारिश के साथ-साथ कभी-कभी गरज के साथ बारिश, बिजली चमकने और तेज़ हवाएं चलने लगेंगी. दोनों मौसमी प्रणालियां रविवार, 29 सितंबर तक दूर हो जाएंगी और मौसम साफ रहेगा. हवा का प्रवाह शुष्क और तेज़ उत्तर-पश्चिमी हो जाएगा. इससे तापमान फिर से बढ़ेगा और नमी में भी कमी आएगी. यह अक्टूबर के पहले सप्ताह में संभावित मॉनसून वापसी का संकेत होगा.
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