बॉलीवुड में जब भी मंझे हुए कलाकारों की गिनती की जाती है तो उस में मनोज बाजपेयी का नाम आना लाजिमी होता है. उन्होंने अपनी एक्टिंग से अपने ने लिए ऐसा मुकाम हासिल किया है, जहां किसी के लिए पहुंचना काफी मुश्किल है. मनोज बाजपेयी 23 अप्रैल को अपना 51वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं.
मनोज बाजपेयी जिस मुकाम पर आज खड़े दिखते हैं, वो हमेशा से ही ऐसी स्थिति में नहीं थे. एक जमाना ऐसा भी था जब मनोज बाजपेयी को कोई भाव नहीं देता था. एक्टिंग तो दूर, उनको एक्टिंग इंस्टीट्यूट तक में एडमिशन नहीं मिल पाता था.
हम बात कर रहे हैं नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा की जहां से कई बड़े सितारे एक्टिंग सीख कर निकले हैं. लेकिन मनोज बाजपेयी को ये सुनहरा मौका नहीं मिल पाया. उन्होंने तीन बार एडमिशन की कोशिश की लेकिन हर बार हाथ लगी सिर्फ असफलता.
खुद मनोज बाजपेयी अपने इन दिनों के बारे में बताते हैं. उन्होंने कई इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया है कि बार-बार मिल रहे रिजेक्शन के चलते वो काफी टूट गए थे. वो इतने कमजोर पड़ गए थे कि उन्हें आत्महत्या तक के ख्याल आने लगे थे. जी हां आत्महत्या क्योंकि उस समय मनोज बाजपेयी की आर्थिक स्थिति भी ज्यादा बेहतर नहीं थी.
बैरी जोन की वर्कशॉप के बाद चौथी बार मनोज बाजपेयी ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में अप्लाई किया और इस बार उन्हें वहां टीचर के रूप में काम करने का मौका मिला. उन्हें टीचर का पद ऑफर किया गया.