थिएटर की दुनिया के सबसे सम्मानित शख्सियतों में शुमार एब्राहिम अल्काजी का निधन हो गया है. उनके निधन पर कला जगत में शोक की लहर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी थिएटर के इस जादूगर के निधन पर संवेदना व्यक्त की है.
भारत में रंगमंच की दुनिया का सबसे चमतका सितार एब्राहिम अल्काजी का 94 साल की उम्र में निधन हो गया. इसमें कोई दोराय नहीं है कि कॉमर्शियल सिनेमा के इस दौर में भी अगर थिएटर फल-फूल रहा है और थिएटर आर्टिस्ट इंडस्ट्री में सम्मान के साथ काम कर रहे हैं तो इसमें बहुत बड़ा हाथ एब्राहम अल्काजीका भी था.
वे साल 1962 से 1977 के बीच नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के डायरेक्टर थे. इस दौरान उन्होंने थिएटर को भारत में नई दिशा दी. नया रंग रूप दिया. उनके निधन पर कला जगत शोक में है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके निधन पर संवेदना व्यक्त की है.
रिपोर्ट्स की माने तो दिल का दौरा पड़ने से एब्राहिम अल्काजी जी का 94 साल की उम्र में निधन हुआ. उनके निधन पर सभी दुखी हैं और कला कि इस महान शख्सियत को मिस कर रहे हैं.
बता दें कि एब्राहम अल्काजी का जन्म 18 अक्टूबर, 1925 को महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था. उनके पिता साउदी अरब के एक बड़े व्यापारी थे. उन्हें नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में किए गए उनके सराहनीय प्रयासों की वजह से याद किया जाता है. भारत में थिएटर को बढ़ावा देने के लिए जो चुनिंदा लोग शुरुआती दौर में सक्रिय रहे उनमें से एक थे एब्राहिम अल्काजी. मनोहर सिंह, गिरीश कर्नाड, उत्पल दत्त और ओम शिवपुरी जैसे कलाकारों के साथ मिलकर उन्होंने देश की राजधानी दिल्ली में रंगमंच को नई पहचान दिलाई.
उनके मार्गदर्शन में ही नसीरुद्दीन शाह, शबाना आजमी, ओम पुरी और अनुपम खेर जैसे स्टार्स ने बॉलीवुड इंडस्ट्री में खूब नाम कमाया और थिएटर की दुनिया में अपना अपना मुकाम बनाया. थिएटर की दुनिया में अल्काजी साहब के काम को कभी नहीं भुलाया जा सकता.
Image credit: Group Photo Editor/Bandeep Singh