फिल्म लक्ष्मी बॉम्ब के डायरेक्टर राघव लॉरेंस मल्टी टैलेंटेड हैं. उनका असली नाम राघवेंद्र लॉरेंस है. वे निर्देशक होने के अलावा कोरियोग्राफर, कंपोजर, प्लेबैक सिंगर और एक्टर भी हैं. राघव साउथ फिल्म इंडस्ट्री के जाने माने डायरेक्टर हैं. उन्होंने कई हिट फिल्में दी हैं. लेकिन राघव के लिए सफलता के इस मुकाम तक पहुंचना इतना आसान नहीं था. जानते हैं राघव की जिंदगी से जुड़े अनजाने पहलुओं को.
बचपन में राघव में था ब्रेन ट्यूमर
राघव का जन्म चेन्नई में हुआ था. जब वे बच्चे थे तब राघव को ब्रेन ट्यूमर था. जिसकी वजह से वे मुश्किल से स्कूल गए थे. अपनी बीमारी के इलाज के लिए वे देवता राघवेंद्र स्वामी की भक्ति करते थे. यही से उन्होंने अपना नाम राघवेंद्र रखा था. राघवेंद्र ने कार क्लीनर का भी काम किया है. वे फाइट मास्टर Super Subbarayan की गाड़ी साफ करने का काम करते थे. रजनीकांत ने एक बार राघव को डांस करते देखा था. उनके टैलेंट से प्रभावित होकर थलाइवा ने राघ को डांसर्स यूनियन जॉइन करवाया. इसके बाद चिरंजीवी ने राघव को अपनी फिल्म हिटलर की कोरियोग्राफी के लिए अप्रोच किया था.
राघव ने अपना करियर बतौर कोरियोग्राफर शुरू किया था. इसके बाद वे एक्टिंग फील्ड में आए. तेलुगू फिल्म से उन्होंने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा. 2001 में उन्होंने अपना नाम राघवेंद्र से राघव किया. तेलुगू मूवी स्टाइल और मुन्नी से उन्हें पहचान मिली. उन्होंने थिरुमुलईवयाल में राघवेंद्र स्वामी बृंदावनम मंदिर का निर्माण किया.
राघव पहली बार तमिल फिल्म के गाने Samsara Sangeetham में नजर आए थे. इसके बाद राघव कई फिल्मों में नजर आए. 2007 में आई फिल्म मुन्नी ने राघव को फेमस बना दिया. इस मूवी में उन्होंने खुद भी काम किया था. इसके बाद उन्होंने मुन्नी की सीरीज चलाई. अब हिंदी में राघव की इस फिल्म का ऑफिशियल रीमेक बनाया गया है. इसमें अक्षय कुमार लीड रोल में हैं. फिल्म का नाम लक्ष्मी बॉम्ब रखा गया है. राघव को उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों के लिए भी जाना जाता है.
aajtak.in