ब्रह्मास्र के VFX पर ऑस्कर जीत चुकी कंपनी ने किया काम, हॉलीवुड को टक्कर देने की तैयारी

'ब्रह्मास्त्र' का ट्रेलर देखने के बाद ज्यादातर लोग शानदार स्पेशल इफेक्ट देखकर हैरान थे. हालांकि, कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर ये शिकायत भी शुरू कर दी कि फिल्म में तो बहुत VFX है. कुछ ने इसे 'कार्टून जैसा' भी बताया. लेकिन क्या सच में किसी को 'ब्रह्मास्त्र' VFX की टेंशन लेने की जरूरत है? आइए बताते हैं.

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ब्रह्मास्त्र प्रोमो (क्रेडिट: यूट्यूब) ब्रह्मास्त्र प्रोमो (क्रेडिट: यूट्यूब)

सुबोध मिश्रा

  • नई दिल्ली ,
  • 06 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 12:33 PM IST

इंडिया की सबसे महंगी फिल्म कही जा रही 'ब्रह्मास्त्र' का ट्रेलर जब आया, तो इसके विजुअल देखकर जनता हैरान रह गई. एसएस राजामौली की इसी साल रिलीज हुई फिल्म RRR और उनकी पिछली ब्लॉकबस्टर 'बाहुबली 2' में भी स्पेशल इफेक्ट्स का बहुत काम था. लेकिन 'ब्रह्मास्त्र' को लगातार प्रमोट कर रहे राजामौली हर इवेंट में फिल्म के VFX और विजुअल्स की तारीफ करते नहीं थक रहे. सोशल मीडिया पर 'ब्रह्मास्त्र' के हर प्रोमो वीडियो पर लोग कमेंट कर रहे हैं कि ये किसी भी इंडियन फिल्म का सबसे बेहतरीन VFX है. 

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'ब्रह्मास्त्र' प्रोमो (क्रेडिट: यूट्यूब)

इधर कुछ दिनों से जब सोशल मीडिया पर 'ब्रह्मास्त्र' को लेकर बॉयकॉट वाले हैशटैग जमकर ट्रेंड हो रहे हैं, तो कई यूजर्स 'ब्रह्मास्त्र' के स्पेशल इफेक्ट्स को भी टारगेट करने लगे हैं. कोई कह रहा है कि ये VFX बहुत कार्टून वाले स्टाइल का लग रहा है, तो किसी को लग रहा है कि 'ब्रह्मास्त्र' के स्पेशल इफेक्ट हॉलीवुड फिल्मों से कॉपी किए गए हैं.

सोशल मीडिया पर किसी भी बात को लेकर कन्फ्यूजन फैल जाना बहुत आम बात है. लेकिन अगर आप कहीं से भी ये सब सुनकर शंका में है कि न जाने 'ब्रह्मास्त्र' के स्पेशल इफेक्ट की क्वालिटी कैसी है, तो हम आपका कन्फ्यूजन दूर कर देते हैं. 

6 ऑस्कर जीत चुकी कम्पनी ने किया है 'ब्रह्मास्त्र' के VFX पर काम 
2021 में आई हॉलीवुड फिल्म 'ड्यून' ने 6 ऑस्कर आवार्ड जीते थे. इसमें से एक ऑस्कर फिल्म को 'बेस्ट विजुअल इफेक्ट' के लिए मिला था. फिल्म के VFX पर काम करने वाली कंपनी का नाम था DNEG. 'ब्रह्मास्त्र' के VFX पर इसी कंपनी ने काम किया है.

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'ब्रह्मास्त्र' प्रोमो (क्रेडिट: यूट्यूब)

DNEG ने जिन फिल्मों के विजुअल इफेक्ट के लिए ऑस्कर जीता है, उनमें इंटरस्टेलर (Intersteller), टेनेट (Tenet) और इंसेप्शन (Inception) जैसे नाम हैं. हाल ही में हैदराबाद में 'ब्रह्मास्त्र' के प्रमोशनल इवेंट पर DNEG के नमित मल्होत्रा ने कहा, 'मेरा पर्सनल पैशन ये था कि हम इंडियन फिल्म मेकर्स के लिए वो सबकुछ ला सकें जो दुनिया भर में बेस्ट है. ब्रह्मास्त्र इसी का सबूत है. हमने पिछले 8 साल में 6 ऑस्कर जीते हैं, और दुनिया में शायद किसी से भी ज्यादा ऑस्कर्स जीतने के बाद, मैं गर्व से कह सकता हूं कि आज ब्रह्मास्त्र हर उस हॉलीवुड फिल्म की टक्कर में खड़ी है जिसपर हमने काम किया है.' 

'ब्रह्मास्त्र' का VFX क्यों है अलग
VFX का काम है डायरेक्टर के विजन को स्क्रीन पर बेहतरीन तरीके से उतारना. हॉलीवुड की मार्वल वाली फिल्मों में ही दो अलग-अलग टाइप के VFX आपको मिलेंगे. आयरनमैन जब धरती पर है और न्यू यॉर्क में अलग-अलग खतरों से निपट रहा है या फिर जब हल्क इसी दुनिया में स्मैश मारता फिर रहा है, तब VFX अलग तरीके का दिखेगा.

ऐसा इसलिए क्योंकि उस किरदार की शक्तियां भले फिक्शनल हैं, मगर वो हमारी इसी रियल दुनिया में है. लेकिन जब डॉक्टर स्ट्रेंज रियलिटी को तोड़ता मरोड़ता है, या फिर गार्डियंस ऑफ गैलेक्सी के किरदार किसी दूसरी गैलेक्सी में दिखते हैं, तो रियलिटी वो नहीं है जिसे आप और हम रोज देख रहे हैं. इसीलिए इसमें VFX अलग लगता है. 

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'ब्रह्मास्त्र' प्रोमो (क्रेडिट: यूट्यूब)

जैसा 'ब्रह्मास्त्र' के डायरेक्टर अयान मुखर्जी ने अभी तक सब जगह कहा है, उनकी ये फिल्म एक फैंटेसी एडवेंचर है. यानी कहानी हमारी इसी रियल दुनिया में शुरू हो रही है, मगर अस्त्रों का ये यूनिवर्स एक फैंटेसी वाली रियलिटी से जुड़ा है. इसीलिए 'ब्रह्मास्त्र' में आपको VFX का काम इतना ज्यादा दिख रहा है, जितना अभी तक इंडियन फिल्मों में न के बराबर ही देखा गया है. 

'ब्रह्मास्त्र' में अंदर क्या है ये तो 9 सितम्बर को फिल्म की रिलीज से पहले कोई नहीं बता सकता. लेकिन इतना तय है कि फिल्म में एफर्ट्स के मामले में कोताही नहीं बरती हुई नजर आ रही, चाहे आप 'ब्रह्मास्त्र' का ट्रेलर देखें या फिर प्रोमो. और अगर कोई कमी हो भी तो ये फिल्म देखकर ही बेहतर बताया जा सकता है.

 

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