झारखंड के रांची में इंडिया गठबंधन की महारैली होने जा रही है. इससे पहले राज्य की सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक विधायक की नाराजगी सामने आई है. जेएमएम विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने ऐलान कर दिया है कि वह महारैली में शामिल नहीं होंगे. वह गठबंधन दलों के साथ पार्टी की रैली को लेकर नाराज हैं और पार्टी को अकेले चुनाव लड़ने की वकालत कर रहे हैं.
जेएमएम विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने कहा, "मैं आखिर उलगुलान न्याय महारैली में क्यों जाऊं? झारखण्ड मुक्ति मोर्चा में ऐसी क्या कमजोरी आ गई है जो पूरे गठबंधन के साथ वहां रैली कर रहे हैं. क्या झारखण्ड मुक्ति मोर्चा अकेला सक्षम नही था?" उन्होंने कहा, "जब गुरुजी अकेले झारखण्ड राज्य का आंदोलन कर रहे थे तब तो उनके साथ कोई नहीं था. कोई गठबंधन नही था लेकिन वह सच्चाई की लड़ाई लड़े थे."
यह भी पढ़ें: 'INDIA गठबंधन की रैली में देश विरोधियों का जमावड़ा', विपक्ष की सभा से पहले बोले बाबूलाल मरांडी
हेमंत सोरेन सीएम बने तो संगठन शिथिल पड़ गया
लोबिन हेम्ब्रम ने कहा, "गुरुजी की अगुवाई में बहुत लोगों ने अपनी कुर्बानी दी हैं, तो जेएमएम में फिर किस बात की कमजोरी है? ऐसा क्या जरूरत पड़ गया उलगुलान करने की. पार्टी से नाराजगी के बाद लॉबीन हेंब्रेम ने राजमहल सीट से अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. उन्होंने कहा जेएमएम संगठन बहुत अच्छा था. इसलिए पिछले चुनाव में बहुत सारे लोग विधायक बने लेकिन जब से हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने संगठन शिथिल पड़ गया."
'... जब हमने विरोध किया तो हम बागी हो गए'
लोबिन हेंब्रम ने कहा कि पंकज मिश्रा और पिंटू के चलते आज हेमंत सोरेन जेल में हैं. इन दोनों की कार्यशैली से हर कोई वाकिफ था लेकिन किसी ने हिम्मत नहीं जुटाई. जब हम विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और पिंटू का विरोध किए तो हम बागी हो गए.
यह भी पढ़ें: रांची जमीन घोटाला मामले में ईडी का एक्शन, 9 लोगों के खिलाफ 4 जगहों पर छापेमारी
विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि पिंटू अभिषेक, पंकज मिश्रा और विजय हांसदा ने साजिश कर बरहेट विधानसभा से हेमंत को चुनावी मैदान में उतारा, क्योंकि ये सभी चाहते थे कि मुख्यमंत्री बनने के बाद पहाड़ पर कब्जा करना है और वही हुआ. पहाड़ का अवैध उत्खनन हुआ और अवैध खनन में पंकज मिश्रा खुद जेल गया और हेमंत सोरेन को भी जेल भिजवाया.
निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे लोबिन हेम्ब्रम
बता दें कि लोबिन हेंब्रम पार्टी लाइन से अलग हटकर राजमहल लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. वह झारखंड मुक्ति मोर्चा के ऑफिशियल प्रत्याशी विजय हसदा का लगातार विरोध कर रहे हैं. इसी क्रम में शनिवार को पाकुड़ में वे चुनाव अभियान में जुटे हुए थे और उलगुलाम न्याया रैली नहीं जाने का ऐलान करते हुए रैली के औचित्य पर ही प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया था.
सत्यजीत कुमार