हम 15 करोड़ हैं और 100 करोड़ लोगों पर भारी हैं... इस भड़काऊ बयान से चर्चा में आए वारिस पठान की पूरे देश में चर्चा हो रही है. उन्होंने सीएए के खिलाफ एक प्रदर्शन में ये बयान दिया है. आइए जानें- कौन हैं वारिस पठान और क्या था उनका पूरा बयान.
वारिस पठान ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं. वो इसी पार्टी से विधायक भी रह चुके हैं. इसके अलावा वारिस पठान पेशे से वकील भी हैं.
वारिस पठान का जन्म 29 नवंबर 1968 को मुंबई के बांद्रा में हुआ था. वो अगस्त 1991 में कानूनी पेशे में हैं. वो मेडिकल आधार पर अंतरिम जमानत पर टाडा मामले में आरोपी पाने वाले पहले वकील थे.
16 मार्च 2016 को वो पहली बार तब चर्चा में आए जब उस वक्त भारतीय जनता पार्टी के विधायक राम कदम द्वारा ने विधानसभा में उनसे भारत माता की जय का नारा लगाने को कहा. इससे इनकार करने के चलते देश और राष्ट्रवाद का अनादर करने के आरोप में पठान को सर्वसम्मति से महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित कर दिया गया था.
इस बयान के जवाब में उन्होंने बाद में कहा कि मैं अपने वतन से मुहब्बत करता हूं. मैं यहां पैदा हुआ और यहीं मर जाऊंगा. वारिस पठान ने कहा कि जय हिंद, जय भारत, हिंदुस्तान जिंदाबाद का नारा लगाऊंगा लेकिन भारत माता की जय नहीं बोलूंगा.उन्होंने कहा कि मैं कभी भी अपने देश का अपमान करने का सपना भी नहीं देख सकता. सिर्फ एक नारे से देश के लिए किसी के प्यार को मापा नहीं जा सकता.
गुरुवार को सामने आए वीडियो में वो सीएए एनआरसी के विरोध में कर्नाटक में आयोजित एक जनसभा में बोल रहे थे. यहां उन्होंने कहा, 'हमने ईंट का जवाब पत्थर से देना सीख लिया है. मगर हमको इकट्ठा होकर चलना पड़ेगा. आजादी लेनी पड़ेगी और जो चीज मांगने से नहीं मिलती है, उसको छीन लिया जाता है.'
पठान ने अपने भाषण में ये भी कहा, 'हमको कहा जा रहा है कि हमने अपनी मां और बहनों को आगे भेज दिया है. हम कहते हैं कि अभी सिर्फ शेरनियां बाहर निकली हैं, तो आपके पसीने छूट गए. अगर हम सब साथ में आ गए, तो सोच लो क्या होगा. हम 15 करोड़ ही 100 करोड़ लोगों पर भारी हैं. यह बात याद रख लेना.'