शरजील का जन्म जहानाबाद ज़िले के काको में रसूखदार मुस्लिम परिवार में हुआ था. उनके पिता अकबर इमाम जनता दल यूनाइटेड के नेता रहे हैं. शरजील की शुरुआती शिक्षा पटना के सेंट जेवियर हाईस्कूल से हुई जहां से उनकी दसवीं तक की पढ़ाई पूरी हुई. दसवीं में अच्छे नंबर आने के बाद उनका 11वीं और 12वीं में दिल्ली पब्लिक स्कूल वसंतकुंज में एडमिशन कराया गया.
शरजील बचपन से ही पढ़ाई में काफी अच्छे थे. 12वीं के बाद उनका चयन आईआईटी Powai में हो गया. आईआईटी में उन्हें 227वीं रैंक मिली थी. फिर आईआईटी मुम्बई से कम्प्यूटर इंजीनियरिंग में बीटेक और एमटेक किया.
एमटेक करने के बाद आईआईटी मुंबई में वो टीचिंग असिस्टेंट के तौर पढ़ाने लगे. लेकिन कुछ ही दिन बाद उन्होंने आईआईटी की नौकरी छोड़कर सॉफ्टवेयर कंपनी में जॉब ज्वाइन कर ली.
यहां से उनका चयन डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में कम्प्यूटर प्रोग्रामर की नौकरी करने लगे. कुछ दिनों तक वहां काम करने के बाद शरजील ने JNU से पीएचडी करने के लिए यहां दाखिला लिया.
शरजील ने साल 2015 में JNU में मॉडर्न हिस्ट्री डिपार्टमेंट में एडमिशन ले लिया. जेएनयू से M Phil के बाद शरजील विभाजन और भारतीय मुसलमान विषय पर रिसर्च कर रहे थे.
शाहीनबाग जाकर आए चर्चा में
दिल्ली के शाहीनबाग में चल रहे एंटी CAA प्रोटेस्ट में शरजील इमाम ने असम को लेकर कथित भड़काऊ बयान दिया था. इसी बयान के आधार पर उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था. बता दें कि बीते करीब डेढ़ माह से शाहीनबाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रोटेस्ट चल रहा है.