फेसबुक इंडिया की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर अंखी दास ने दिल्ली पुलिस में शिकायत की है कि ऑनलाइन पोस्टिंग या कंटेंट के जरिये उनके जीवन और उन पर हिंसा का खतरा है. फेसबुक की इस अधिकारी की शिकायत पर छानबीन की जा रही है. आइए जानते हैं कि कौन हैं अंखी दास, किस वजह से उन्हें मिल रही धमकियां, किन वजहों से हैं चर्चा में.
बता दें कि अंखी दास मूलरूप से पश्चिम बंगाल की रहने वाली हैं. वह इंडिया और साउथ-सेंट्रल एशिया में फेसबुक की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर हैं. साल 2011 से अंखी दास इस पोस्ट पर हैं. उनके पास इस क्षेत्र में 15 साल का अनुभव है.
फेसबुक से पहले अंखी दास माइक्रोसॉफ्ट के लिए काम कर चुकी हैं. अंखी दास माइक्रोसॉफ्ट इंडिया में सार्वजनिक नीति, कानूनी और कॉर्पोरेट मामलों के निदेशक के तौर पर तैनात थीं.
अंखी दास ने कोलकाता यूनिवर्सिटी के लोरेटो कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की है. इसके बाद जेएनयू से इंटरनेशनल रिलेशन और पॉलिटिकल साइंस से मास्टर्स किया है. वो फेसबुक में इस पद के अलावा कॉलम भी लिखती हैं.
इसलिए विवादाें में आईं
अंखी दास पहली बार तब विवादों में आईं जब फेसबुक पर रहते हुए उन पर किसी पार्टी का सपोर्ट करने का आरोप लगा. विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि फेसबुक पर बीजेपी के नेताओं की हेट स्पीच के मामले में ढील दी जाती है. ये आरोप एक अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट के बाद लगा.
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद अंखी दास ने पुलिस में शिकायत की है. उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि सोशल मीडिया पर उन्हें जान पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है.
अपनी शिकायत में अंखी दास ने कई ट्विटर और फेसबुक हैंडल के नाम भी दिए है, उनका आरोप है कि इन हैंडल से उन्हें जान से मारने तक की धमकी मिली है. पुलिस से उन्होंने एफआइआर दर्ज करने की मांग
की है. ये मामला साइबर क्राइम से जुड़ा होने के कारण फिलहाल इसे द्वारका
साइबर सेल में ट्रांसफर कर दिया गया है.
बता दें कि फेसबुक पर हेट स्पीच का ये मामला पूरी तरह सियासी रंग ले चुका है. विपक्षी पार्टी लगातार फेसबुक और व्हाट्सऐप पर सत्ता की तरफ झुकाव का आरोप लगाती रही है. इस मामले को कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह तक सोशल मीडिया पर उठा चुके हैं.