बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में गुरुवार को एंटी सीएए रैली का आयोजन किया गया था, रैली में AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी मौजूद थे. तभी मंच पर एक लड़की आई और 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाने लगी. सभी ये सुनकर हैरानी में पड़ गए. इसके बाद ये लड़की विवादों में घिर गई है. पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने वाली इस लड़की पर राजद्रोह का केस दर्ज हो चुका है. आइए जानते हैं कौन हैं ये और क्यों लगा रही थी नारे.
इस लड़की नाम अमूल्या लियोना है. ये बेंगलुरु के NMKRV कॉलेज में पत्रकारिता में बीए कर रही है.
19 साल की अमूल्या कर्नाटक के चिक्कमंगलुरु की रहने वाली है. बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क पर जारी CAA-NRC विरोधी रैली में जैसे ही AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी मंच से उतरने लगे, अमूल्या ने माइक पकड़ा और पाकिस्तान समर्थन के नारे लगाने लगी. जिसके बाद सबसे पहले ओवैसी ने लड़की को रोकने की कोशिश की, फिर पार्टी कार्यकर्ताओं ने लड़की से माइक छीन लिया.
अमूल्या लियोना की आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद हिंदू जनजागृति समिति और श्रीराम सेना के लोगों ने प्रोटेस्ट किया और अमूल्या के घर में तोड़फोड़ की गई. घर पर पत्थर भी फेंके गए. इस बात की जानकारी अमूल्या के पिता वाजी ने दी. उस समय उनके पिता घर पर मौजूद थे.
उनके पिता ने बताया कि घर में पत्थर फेंक कर खिड़की के शीशे और दरवाजे को क्षतिग्रस्त कर दिया. ये घटना गुरुवार को शाम के 7:30 बजे की है. वे एक समूह में थे. मैंने समूह का नेतृत्व करने वाले कुछ लोगों के नामों के साथ पुलिस को शिकायत की है.
शिकायत के बाद गुरुवार रात से उसके घर पर तीन पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. आपको बता दें, अमूल्या ने बेंगलुरु में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के विरोध में पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए थे. जिसके बाद उस पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया है. कोर्ट ने अमूल्या लियोना को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
अमूल्या के पिता दो एकड़ के एरेका बागान के मालिक हैं और एक पॉल्ट्री फार्म चलाते हैं. उन्होंने अपनी बेटी के दिए गए बयान की निंदा की है. साथ ही उन्होंने कहा कि वह उसकी जमानत पाने के लिए कोई प्रयास नहीं करेंगे. कानून को अपना फैसला लेना चाहिए.
अमूल्या के पिताजी ने बताया, " बेटी को विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने से पहले आगाह किया था. मैंने उससे कहा कि वह पहले पढ़ाई पूरी करे और बाद में वह गरीब लोगों के लिए लड़ सकेगी. लेकिन उसने कल जो कहा वह स्वीकार्य नहीं है. मुझे नहीं पता कि उसने क्या किया है. मुझे उम्मीद है कि जांच रिपोर्ट से जल्द सामने आएगा कि किसने उसे ऐसे बयान देने के लिए प्रेरित किया."
अमूल्या के पिता चिक्कमंगलुरु में जेडीएस के नेता हैं. उनका कहना है कि बेटी के बयान से कोई लेना देना नहीं है.
इसके अलावा, उसके पिता ने कहा, "अमूल्या कुछ मुस्लिम लोगों से प्रभावित थी.' उन्होंने कहा, 'मैं दिल का मरीज हूं. मैंने उसे घर आने को कहा था, लेकिन उसने मना कर दिया."
(सभी तस्वीरें ट्वविटर और ANI से ली गई है)