दो साल तक कैंसर से लड़ाई लड़ने के बाद बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर का निधन 30 अप्रैल की सुबह हो गया. उनका जन्म मुंबई में हुआ था. उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में बोला था कि वह अपने पैदा होने के समय को लेकर काफी खुश हैं. आइए जानते हैं ऐसा उन्होंने क्यों कहा था. आखिरी क्या थी वजह?
एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में ऋषि कपूर ने कहा था, मैं खुद को खुशकिस्मत समझता हूं कि मेरी पैदाइश ऐसे वक्त में हुई है, जब मैंने देखा कि रूस और चीन ने डेमोक्रेसी यानी लोकतंत्र अपना लिया है.
मैंने दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद की नीतियों को खत्म होते हुए देखा है. जहां पहले श्वेत- अश्वेत को लेकर अंतर होता था.
मैंने देखा की बर्लिन की दीवार गिराकर लोगों ने समझौता कर लिया है. बता दें, बर्लिन की दीवार पश्चिमी बर्लिन और जर्मन लोकतांत्रिक गणराज्य के बीच एक अवरोध थी, जिसने 28 साल तक बर्लिन शहर को पूर्वी और पश्चिमी टुकड़ों में विभाजित करके रखा था. इसका निर्माण 13 अगस्त 1961 को शुरू हुआ और 9 नवंबर 1989 को इसे गिरा दिया गया था.
ऋषि ने कहा, मैंने देखा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साउथ अफ्रीका के साथ परमाणु मसले पर समझौता किया.
इसके बाद उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा था कि हमें आजाद हुए 70 साल से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन हम क्या कर रहे हैं? क्यों हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच दोस्ती नहीं हो सकती है. आखिर मसला क्या है?
उन्होंने कहा, अगर मसला कश्मीर है तो वह साइड कर दें, न हम कभी उन्हें देंगे, न कभी उन्हें मिलेगा. वो बस मांगते रह जाएंगे.