हर तरफ ये चर्चा है कि अनलॉक के अगले चरण में सरकारें स्कूल खोलने पर भी विचार कर सकती हैं, वहीं दूसरी तरफ अभिभावकों की चिंता अपने बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर है.
केंद्र सरकार के निर्देश पर दिल्ली सरकार ने भी पेरेंट्स की राय ली कि अगर स्कूल खोले जाते हैं तो कौन कौन सी सावधानियां वो बरतना चाहेंगे.
आजतक के पास वो एक्सक्लूसिव दस्तावेज मौजूद हैं जो दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से केंद्र को भेजा गया है. इस दस्तावेज में अभिभावकों ने 6 सावधानियां बरतने की बात सरकार को कही है.
सावधानी 1
स्कूल खुलने के बाद सभी स्कूलों को दिन भर में कम से कम दो बार सैनेटाइज किया जाए. बाथरूम, क्लासरूम, डेस्क के अलावा सभी ओपन एरिया को हर रोज स्कूल खुलने से पहले और स्कूल खुलने के बाद सैनेटाइज करना जरूरी है.
सावधानी 2
स्कूल के मेन गेट पर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था हो, जहां एंट्री से पहले सभी लोगों की थर्मल स्कैनिंग की जाए. सभी स्टाफ और छात्रों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य हो. एंट्री गेट पर सैनेटाइजर की भी व्यवस्था हो. स्कूल के अलग-अलग जगहों पर भी हैंडवॉश और सैनेटाइजर का इंतजाम किया जाए.
सावधानी 3
एसेंबली की जगह हर रोज कोविड को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए 15 मिनट की क्लास हो. जिसमें क्लास टीचर छात्रों और उनके परिवार वालों का हेल्थ स्टेटस भी लें.
सावधानी 4
स्कूल खुलने पर पॉजिटिव माहौल बनाने की कोशिश की जाए. कोविड वॉरियर्स को स्कूलों में बुलाया जाए और उन्हें सम्मानित किया जाए, ताकि छात्र कोविड के बारे में न सिर्फ जानकारी पा सकें बल्कि उससे लड़ने का जज्बा भी उनमें आए.
सावधानी 5
वर्तमान अकादमिक साल में सिलेबस को कम किया जाए. ताकि छात्र पढ़ाई को लेकर ज्यादा बोझ महसूस न करें.
सावधानी 6
कई अभिभावकों ने ये भी कहा कि स्कूल तब तक नहीं खुलने चाहिए जब तक सब कुछ सामान्य न हो जाए, मसलन कोरोना की वैक्सीन या दवाई आ जाए.
क्योंकि ऐसे अभिभावक मानते हैं कि छात्रों का अपने दोस्तों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना संभव नहीं है, इसलिए तब तक ऑनलाइन या रिमोट क्लास ही चलाई जाएं.