तीन साल पहले, स्वीटी सेहरावत ने अपने पिता के IAS अधिकारी बनने के सपने को पूरा करने के लिए डिजाइन इंजीनियर के पद से नौकरी छोड़ दी थी.
बता दें, उनके पिता डेल राम सेहरावत, दिल्ली पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर कार्यरत थे, लेकिन साल 2013 में एक सड़क दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई थी. उनके पिता की इच्छा थी कि बेटी एक दिन IAS अफसर बने.
(फोटो- स्वीटी सेहरावत, क्रेडिट- यूट्यूब)
जब यूपीएससी का रिजल्ट आया तो स्वीटी की खुशी का ठिकाना नहीं था. उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा को पास कर लिया था, जिसमें 187 रैंक हासिल की. आखिरकार वो वक्त आ ही गया था, जब उन्होंने अपने पिता का सपना पूरा किया.
स्वीटी ने एक न्यूज वेबसाइट को इंटरव्यू देते हुए बताया, 'यह सफर मेरे लिए आसान नहीं था, क्योंकि विषय नए थे. स्कूल और कॉलेज में मेरे पास अलग विषय थे.
मैं राजेन्द्र नगर में एक कोचिंग में यूपीएससी की तैयारी के लिए पढ़ रहा थी, लेकिन इससे मुझे मदद नहीं मिली.
2018 में अपने पहले प्रयास के बाद, मैंने कोचिंग छोड़ दी और अपने दम पर ह्यूमैनिटीज,ज्योग्राफी और वर्ल्ड हिस्ट्री की पढ़ाई शुरू कर दी.
(फोटो- स्वीटी सेहरावत, क्रेडिट- यूट्यूब)
परीक्षा को लेकर मैं नर्वस नहीं थी, क्योंकि मैं जानती थी कि परीक्षा पास कर लूंगी, लेकिन जब रिजल्ट आया मैं घबरा गई थी क्योंकि सभी लोग रिजल्ट के बारे में पूछ रहे थे .
बता दें, स्वीटी दिल्ली में NXP Semiconductors में इंजीनियर के पद पर काम कर चुकी हैं.
परिवार ने कहा कि उन्हें दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का भी फोन आया, उन्होंने स्वीटी को बधाई दी. दिल्ली पुलिस के कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव ने भी स्वीटी को बधाई देते हुए ट्वीट किया था, साथ ही लिखा, आज तुम्हारे पिता को तुम पर गर्व महसूस हो रहा होगा.
(फोटो- दिल्ली पुलिस)
स्वीटी अपने परिवार के साथ रोहिणी में रहती हैं. उनके परिवार ने बताया, जब स्वीटी के पिता काम पर जा रहे थे उस दौरान वह सड़क दुर्घटना के शिकार हो गए थे और उनका निधन हो गया था. वह 1989 में दिल्ली पुलिस में शामिल हुए थे.
अपने पिता की मृत्यु के बाद, स्वीटी और उनके भाई हरीश ने घर की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली. स्वीट के भाई हरीश 2014 में CISF में शामिल हुए वहीं स्वीटी ने नौकरी करना शुरू कर दिया.
(फोटो- स्वीटी सेहरावत, क्रेडिट- यूट्यूब)
स्वीटी ने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की और काम करना शुरू कर दिया. वह सिविल सेवाओं की तैयारी कर रही थी, लेकिन नौकरी की वजह से अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान नहीं लगा पा रही थी.
स्वीटी के भाई हरीश ने बताया, शुरुआत में लगा कि अब वह परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएगी, क्योंकि नौकरी को एकदम से छोड़ना भी संभव नहीं था, लेकिन बाद में जब सैलरी अच्छी हुई तो कुछ पैसे बचाने शुरू किए. जिसके बाद नौकरी छोड़ी और यूपीएससी की तैयारी की.