उमेश पाल हत्याकांड मामले में उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) टीम ने अतीक अहमद के बेटे असद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. गैंगस्टर अतीक अहमद का बेटा असद और प्रयागराज में दिनदहाड़े उमेश पाल को गोली मारने वाला शूटर गुलाम मोहम्मद एसटीएफ के साथ एक मुठभेड़ में मारे गए. 12 सदस्यों वाली एसटीएफ टीम का नेतृत्व डिप्टी एसपी नवेंदु कुमार नवीन और डिप्टी एसपी विमल कुमार सिंह कर रहे थे. एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने जानकारी दी कि दोनो आरोपियों को जिंदा पकड़ने की कोशिश की गई थी, लेकिन उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों मारे गए.
डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल के नेतृत्व में असद और शूटर गुलाम मोहम्मद का एनकाउंटर करने वाली यूपी की इस एसटीएफ टीम में डिप्टी निरीक्षक अनिल कुमार सिंह, निरीक्षक ज्ञानेंद्र कुमार राय, उप निरीक्षक विनय तिवारी, मुख्य आरक्षक पंकज तिवारी, सोनू यादव, सुशील कुमार, भूपेंद्र सिंह, कमांडो अरविंद कुमार, कमांडो दिलीप कुमार यादव शामिल थे.
कौन हैं नवेंदु कुमार नवीन
नवेंदु कुमार नवीन यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर से भर्ती हुए थे. सब इंस्पेक्टर इंस्पेक्टर और अब यूपी पुलिस में पीपीएस अधिकारी हैं. अभी नवेंदु सिंह सीओ हैं. फिलहाल नवेंदु सिंह यूपी एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट में बीते 8 साल से काम कर रहे हैं और 4 साल से प्रयागराज एसटीएफ यूनिट के प्रभारी हैं. यूपी पुलिस की वेबसाइट के मुताबिक, नवीन एसटीएफ में डीएसपी हैं जिनकी पोस्टिंग जिला लखनऊ है. नवीन का जन्म 03 अगस्त 1967 में बिहार के सारण में हुआ था. उनके पिता का नाम भोलानाथ राय है. नवीन 2017 कैडर के पुलिस अधिकारी हैं. नवेंदु को साल 2017 में स्पेशल टास्क फोर्स में शामिल किया गया था.
कुछ साल पहले एक डकैत से मुठभेड़ में उनके हाथ और गर्दन में गोली भी लगी थी. पिछले साल ही नवेंदु ने दो इनामी अपराधियों को मार गिराया था. इसके लिए उन्हें 2008 में राष्ट्रपति वीरता पदक और 2014 में राष्ट्रीय वीरता पदक से नवाजा जा चुका है. पिछले साल 2022 में भी नवेंदु को उनकी इस बहादुरी के लिए स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा गया था.
कौन हैं विमल कुमार सिंह
विमल सिंह यूपी एसटीएफ के लखनऊ मुख्यालय पर डिप्टी एसपी के पद पर हैं. नवेंदु की तरह विमल सिंह सब इंस्पेक्टर से यूपी पुलिस में भर्ती हुए थे. यूपी एसटीएफ में तैनाती के दौरान पूर्वांचल के कई बड़े माफियाओं पर शिकंजा कसने में विमल सिंह के मुखबिरी नेटवर्क की अहम भूमिका रही है. वह उत्तर प्रदेश के जौनपुर का रहने वाले हैं और साल 2018 कैडर के पुलिस अधिकारी हैं.
कौन हैं STF के एडीजी अमिताभ यश
बिहार के भोजपुर से आने वाले अमिताभ के पिता राम यश सिंह भी आईपीएस थे. अपनी स्कूली पढ़ाई दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से पूरी करने के बाद उन्होंने UPSC की परीक्षा पास की और IPS बने. अमिताभ यश का पहला जिला बतौर कप्तान संतकबीरनगर रहा. यहां 11 महीने सेवाएं देने के बाद वह बाराबंकी महाराजगंज, हरदोई, जालौन, सहारनपुर, सीतापुर, बुलंदशहर, नोएडा और कानपुर में बतौर SP और SSP तैनात रहे.
संतोष शर्मा / उदय गुप्ता