Delhi Schools Reopen: द‍िल्‍ली में 5 फरवरी से खुल जाएंगे 9वीं-11वीं के लिए स्‍कूल

साथ ही कॉलेज, डिग्री या डिप्लोमा इंस्टीट्यूट को भी खोलने की अनुमति दी जाएगी. शर्त यही होगी कि कोरोना प्रोटोकॉल को फॉलो करना होगा.

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प्रतीकात्‍मक फोटो प्रतीकात्‍मक फोटो

पंकज जैन

  • नई द‍िल्‍ली,
  • 29 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 7:27 PM IST

Delhi School Reopen from 5 February: दिल्ली में 18 जनवरी से 10वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू करने के बाद शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने ऐलान किया है कि अब दिल्ली में 5 फरवरी से 9वीं और 11वीं क्लास के लिए स्कूल खोले जाएंगे. साथ ही कॉलेज, डिग्री या डिप्लोमा इंस्टीट्यूट को भी खोलने की अनुमति दी जाएगी.

शर्त यही होगी कि कोरोना प्रोटोकॉल को फॉलो करना होगा. इसके अलावा स्‍कूल में प्रवेश के ल‍िए अभिभावकों की अनुमति भी ज़रूरी होगी. साथ ही दिल्ली सरकार फाइनल प्लान तैयार करेगी कि कब स्टूडेंट्स को परीक्षाओं के लिए बुलाया जा सकता है. 

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दिल्ली में पांच फरवरी से नवीं और ग्यारहवीं कक्षाओं के लिए स्कूल खोलने के साथ ही दिल्ली में डिग्री, पॉलीटेक्निक और आईटीआई संस्थाओं को भी खोलने की घोषणा की गई है. अधिकारियों को कोरोना से सभी स्टूडेंट्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया गया है.


उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एलान करते हुए कहा कि दस महीने तक स्कूल व कॉलेज बंद होने के बाद अब परीक्षाओं व प्रैक्टिकल की तैयारियों के लिए खोला जा रहा है. इसलिए स्कूलों व कॉलेजों को दोबारा खोलने संबंधी पूरी व्यवस्था करना आवश्यक है. उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्कूलों व कॉलेजों में जाकर कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि हर कक्षा में सामाजिक दूरी का पालन किया जाए, सैनिटाइजर की उपलब्धता हो, मास्क लगाना आवश्यक हो.

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उपमुख्यमंत्री ने कहा क‍ि परीक्षा से पहले छात्रों की बेहतर तैयारी और काउंस‍िलिंग जरूरी है इसलिए सतर्कता बरतते हुए स्कूलों व कॉलेजों को खोलने का निर्णय लिया गया है ताकि बच्चे अपने अभिभावकों की सहमति से विद्यालय आ सकें और परीक्षा से पहले वहां के माहौल में रम सकें. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पिछले एक साल के दौरान पढ़ाई में हुए नुकसान की भरपाई तो नहीं हो पाएगी, लेकिन बाकी बचे समय का सदुपयोग करना चाहिए. 

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा पहला फोकस शिक्षा संस्थानों को अच्छी तरह खोलने और कोरोना से सुरक्षा पर है. इसके बाद हम रिजल्ट पर फोकस करेंगे.

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि दसवीं व बारहवीं की परीक्षा तैयारी के लिए 18 जनवरी को विद्यालयों को दोबारा खोल दिया गया था. शुरुआत के दिनों में अभिभावकों के मन में कोरोना का भय था, इसलिए विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति कम रही पर अब तैयारियों को देखकर अभिभावकों का आत्मविश्वास बढ़ा है. इससे विद्यालयों में जिन बच्चों को बुलाया जा रहा है, उनमे से लगभग 80% तक आ रहे हैं.

शिक्षा विभाग द्वारा नौंवी एवं ग्यारहवीं कक्षाओं के लिए जारी दिशा-निर्देश :

कक्षा नौंवी के लिए निर्देश 

• 1 मार्च से विद्यालयों में प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट कार्य व आंतरिक मूल्यांकन आयोजित किया जाएगा. 20 मार्च से 15 अप्रैल तक परीक्षाएं दो बजे दोपहर से शाम 5:30 तक के बीच आयोजित की जा सकती है. वार्षिक परीक्षा शुरू होने से पहले आंतरिक ग्रेड का मूल्यांकन पूर्ण हो जाना चाहिए. वार्षिक परीक्षा का प्रश्नपत्र कम किए गए पाठ्यक्रम के अनुसार होगा. पाठ्यक्रम शिक्षा विभाग के वेबसाइट से प्राप्त किया जा सकता है.

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कक्षा ग्यारहवीं के लिए निर्देश

• पीरियोडिक मूल्यांकन 1 व 2, फरवरी के अतिंम व मार्च के प्रथम सप्ताह में आयोजित की जा सकती है. 1 अप्रैल से 15 अप्रैल के दौरान मध्यावधि, परीक्षाएं अपराह्न दो बजे से शाम 5:30 के बीच आयोजित की जा सकती हैं. शीतकालीन अवकाश के दौरान विद्यार्थियों को दिए गए प्रोजेक्ट कार्यों और होम असाइनमेंट का सब्जेक्ट एनरिचमेंट गतिविधि के रूप मूल्यांकन किया जाएगा.

बता दें क‍ि दिल्ली सरकार ने पहले ही दसवीं और बारहवीं के लिए 18 जनवरी से स्कूल खोलने के आदेश दिए थे. बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों को देखते हुए फैसला लिया गया. आपको बता दें कि दिल्ली में कोरोना महामारी को देखते हुए 16 मार्च, 2020 को केजरीवाल सरकार ने सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया था. राजधानी के सभी स्कूल तभी से बंद हैं. हालांकि ऑनलाइन क्लास चल रही हैं. अब कोरोना की रफ्तार थमने और कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत के साथ ही स्कूल खोलने का आदेश जारी कर दिया गया है.

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पंजाब, गुजरात में भी खुल चुके हैं सभी स्कूल
पंजाब सरकार ने 7 जनवरी से राज्य के सभी स्कूल को खोल दिया है. सभी सरकारी, अर्ध-सरकारी और सभी प्राइवेट स्कूल खुल रहे हैं. स्कूलों के खुलने का समय सुबह 10 बजे से दोपहर बाद 3 बजे तक है. फिलहाल कक्षा 5 से 12वीं तक के छात्रों को स्कूल आने की परमिशन है. गुजरात में भी 11 जनवरी से 10वीं और 12वीं क्लास के बच्चे स्कूल आ रहे हैं.

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