पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर 20 वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रुक्स ने गोली चलाई. कुछ ही सेकेंड में उसे सीक्रेट सर्विस के स्नाइपर ने गोली मार दी. छत पर बैठे स्नाइपर ने जिस बंदूक ने हमलावर को गोली मारी, उसका नाम है MK 13 राइफल. ये बंदूक साल 2001 से अमेरिकी सेनाएं इस्तेमाल कर रही है. यह लंबी रेंज में निशाना लगाने के लिए शानदार हथियार है.
इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल अफगानिस्तान और ईराक की जंग के दौरान हुआ है. इस गन को अमेरिका की एक्यूरेसी इंटरनेशनल और रेमिंग्टन आर्म्स मिलकर बनाती हैं. इसके दो वैरिएंट्स आते हैं- MK 13 MOD 5 और MK 13 MOD 7. दोनों ही वैरिएंट्स का वजन मात्र 5.17 किलोग्राम होता है. लंबाई 47.5 इंच होती है.
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बैरल यानी बंदूक की नली की लंबाई 26.5 इंच है. इसमें .300 कैलिबर की मैनचेस्टर मैग्नम गोली लगती है. इसकी बंदूक की रेंज करीब 1300 मीटर होती है. इसमें पांच राउंड की मैगजीन लगती है. खास बात ये है कि इसका इस्तेमाल अमेरिकी मरीन कॉर्प्स भी करती है. सीक्रेट सर्विस भफी करती है. अमेरिकी आर्मी भी करती है.
इसी बंदूक का इस्तेमाल करके अमेरिका के सबसे शानदार स्नाइपर और नेवी सील क्रिस काइल ने 160 आतंकियों को ईराक युद्द में मारा था. इतना ही नहीं नेवी सील रॉबर्ट जे ओनील ने भी कई हत्याएं की थीं. ओनील उस टीम में भी शामिल थे, जिसने ऑपरेशन नेपच्यून स्पीयर के दौरान ओसामा बिन लादेन को मारा था. इस राइफल का इस्तेमाल भी उस ऑपरेशन में किया गया था.
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इस बंदूक के ऊपर पिकैटिनी रेल होती है. यानी एक ऐसा ग्रिल जिसपर आप किसी भी तरह का विजन माउंट लगा सकते हैं. यानी दूरबीन. इस बंदूक का इस्तेमाल अमेरिका की स्पेशल फोर्स यानी स्पेशल ऑपरेशंस कमांड भी करती है.
ऋचीक मिश्रा