केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की बड़ी उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि भारत अब रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बन चुका है – यह सिर्फ नीति नहीं, बल्कि मजबूत रणनीतिक हकीकत है. सरकार का लक्ष्य 2029 तक ₹3 लाख करोड़ का रक्षा उत्पादन और ₹50,000 करोड़ का निर्यात हासिल करना है.
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स्वदेशी रक्षा उत्पाद: ब्रह्मोस मिसाइल, आकाश सिस्टम और अन्य
एक दशक पहले की चुनौतियां और अब सुधार... दस साल पहले रक्षा क्षेत्र में धीमी खरीद प्रक्रिया, ज्यादा आयात, प्राइवेट सेक्टर की कम भागीदारी और निर्यात न के बराबर था. अब बड़े सुधार हुए...
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भविष्य का विजन
मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य साफ है – 2029 तक ₹3 लाख करोड़ उत्पादन और ₹50,000 करोड़ निर्यात. प्राइवेट सेक्टर, MSME और स्टार्टअप के साथ मिलकर भारत रक्षा क्षेत्र में ग्लोबल लीडर बनेगा. भारत रक्षा में आत्मनिर्भरता की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. रिकॉर्ड उत्पादन, कम आयात और बढ़ता निर्यात इसकी मजबूत गवाही हैं.
शिवानी शर्मा