रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय वायुसेना कमांडर्स कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए ऑपरेशन सिंदूर से सबक लेने और भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहने का आह्वान किया है. उन्होंने वायुसेना को तकनीकी रूप से उन्नत, ऑपरेशनल रूप से फुर्तीली और रणनीतिक रूप से आत्मविश्वासी बल बताया, जो बदलते वैश्विक माहौल में राष्ट्रीय हितों की रक्षा कर रही है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में सेनाओं ने हाई-इम्पैक्ट और शॉर्ट-ड्यूरेशन ऑपरेशन की क्षमता दिखाई. यह मई 2025 में हुआ था, जब पहलगाम आतंकी हमले (26 नागरिक मारे गए) के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए. वायुसेना ने साहस, गति और सटीकता से आतंकी कैंपों को तबाह किया और पाकिस्तान की गैर-जिम्मेदाराना प्रतिक्रिया को प्रभावी ढंग से रोका.
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रक्षा मंत्री ने लोगों के विश्वास की मिसाल दी कि जब पाकिस्तानी सेनाएं भारतीय ठिकानों पर हमला करने की कोशिश कीं, तो लोग डरे नहीं, बल्कि शांत रहकर अपना रोजमर्रा का काम करते रहे. यह हमारी ऑपरेशनल तैयारियों पर हर भारतीय के विश्वास का प्रमाण है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध, इजरायल-हमास संघर्ष, बालाकोट और ऑपरेशन सिंदूर साबित करते हैं कि अब वायु शक्ति निर्णायक बल बन गई है. यह सिर्फ टैक्टिकल नहीं, बल्कि रणनीतिक हथियार है. गति, आश्चर्य और शॉक इफेक्ट इसके गुण हैं. वायु शक्ति से नेतृत्व दुश्मन को साफ संदेश दे सकता है कि राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर कदम उठाया जाएगा.
रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस भाषण (2025) में घोषित मिशन सुदर्शन चक्र की तारीफ की. यह स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम है, जो 2035 तक राष्ट्रीय संपत्तियों की रक्षा करेगा. यह हमलों को रोकने के साथ-साथ जवाबी हमला करने में सक्षम होगा. राजनाथ ने कहा कि स्वदेशी जेट इंजन विकसित करना राष्ट्रीय मिशन है और सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
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रक्षा मंत्री ने निजी क्षेत्र, स्टार्टअप और MSME के साथ मिलकर सेना के आधुनिकीकरण की बात की. iDEX और ADITI जैसी योजनाओं से नवंबर 2025 तक 565 चुनौतियों में 672 विजेता निकले, जिनमें 96 वायुसेना से जुड़े. ऑपरेशन सिंदूर को थ्री-सर्विस सिनर्जी का चमकदार उदाहरण बताया. जॉइंटनेस की जरूरत पर जोर दिया. वायुसेना की मानवीय मदद और आपदा राहत कार्यों की भी तारीफ की. कॉन्क्लेव में CDS जनरल अनिल चौहान और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह मौजूद थे.
शिवानी शर्मा