ईरानी ड्रोन की हू-ब-हू नकल... फ्रांस ने बनाया खतरनाक आत्मघाती ड्रोन Veloce 330, जानिए खासियत

फ्रांस ने नया आत्मघाती ड्रोन बनाया है. नाम है Veloce 330. यह एकदम ईरानी ड्रोन शाहेद-238 की तरह दिखता है. इसे कोई जैमर रोक नहीं सकता. न ही ये आसानी से राडार की पकड़ में आता है. इसलिए इसका इस्तेमाल किसी भी खतरनाक मिशन के लिए किया जा सकता है.

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ये है फ्रांस का वेलोस 330 आत्मघाती ड्रोन. (सभी फोटोः EOS टेक्नोलॉजी) ये है फ्रांस का वेलोस 330 आत्मघाती ड्रोन. (सभी फोटोः EOS टेक्नोलॉजी)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 08 मई 2024,
  • अपडेटेड 5:59 PM IST

फ्रांस ने एक नया आत्मघाती ड्रोन बनाया है. यह ईरान के शाहेद-238 ड्रोन से बहुत मिलता-जुलता है. इसमें जेट इंजन लगा है. इसकी फ्लाइट टेस्ट का तीसरा स्टेज पूरा हो चुका है. यह ड्रोन 400 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ते हुए दुश्मन की तरफ तेजी से जाता है. टारगेट से टकराते ही भयानक विस्फोट करता है. 

यह मात्र 16 मिनट में 50 किलोमीटर की दूरी तय कर लेता है. इस ड्रोन में आर्मर पीयर्सिंग वॉरहेड लगाया जाता है. यानी यह किसी भी तरह के बख्तरबंद वाहन जैसे टैंक या बीएमपी को उड़ा सकता है. इसके अलावा यह निगरानी, जासूसी जैसे मिशन में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे आसमान में उड़ते हुए देखना बेहद मुश्किल है. 

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इसे आसानी से कोई राडार पकड़ भी नहीं सकता क्योंकि इसमें जैमिंग-रेजिसटेंट टेक्नोलॉजी लगी है. यानी इसके संचार और उड़ान को किसी भी तरह से रोका नहीं जा सकता. मिशन पूरा करने के बाद यह ड्रोन वापस अपने बेस पर लौट जाता है. लैंडिंग वर्टिकल होती है. यानी इसे रनवे की जरूरत नहीं है. 

इसे बनाने वाली कंपनी EOS टेक्नोलॉजी के सीईओ जॉन मार्क जुलियानी ने कहा कि इसमें साइबर जैमिंग टेक्नोलॉजी लगी है. जो किसी भी तरह के जैमर को बेकार करके अपनी उड़ान लगातार जारी रख सकता है. इसे अपने टारगेट तक पहुंचने के लिए जीपीएस की भी जरूरत नहीं है. फ्रांस की सरकार ने इसे अपना अप्रूवल दे दिया है. 

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अब कंपनी अगले एक साल में इस ड्रोन को और खतरनाक बनाने जा रही है. इसमें एक्सप्लोसिव वॉरहेड लगाया जाएगा. जो करीब 2-3 किलोग्राम का होगा. यानी इसके बाद इसका इस्तेमाल सैनिकों के ऊपर हमला करने के लिए भी किया जा सकता है. इसमें मीट्रिक प्रेसिशन तकनीक लगाई जाएगी. ताकी सटीक हमला हो सके. 

इसे 80 किलोमीटर दूर से ऑपरेट किया जा सकता है. इसमें ऑप्ट्रोनिक तकनीक भी लगाई गई है, यानी यह रात में चलते-फिरते टारगेट पर 15 किलोमीटर की दूरी तक दिन में और तीन किलोमीटर की दूरी तक रात में हमला कर सकता है. एक ड्रोन की कीमत करीब 2 लाख यूरो यानी करीब 1.79 करोड़ रुपए है. 

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